पखांजूर:-कोयलीबेड़ा शासन-प्रशासन स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर लाख दावे करे पर दूरस्थ अंचलों की हकीकत कुछ और ही बयान कर रही है। जहां पर 102 महतारी एक्सप्रेस की भी सुविधा नहीं है, जिससे इस क्षेत्र की गर्भवती माताओं को प्रसव कराने अस्पताल तक पहुंचने के लिए कोई सुविधा नहीं मिल रही है। जबकि क्षेत्र के लोगों व्दारा काफी समय से इस सुविधा की मांग की जा रही है। यह सुविधा नहीं मिलने से कोयलीबेड़ा क्षेत्र के खुटगांव में तालाब में डूबने से एक वृद्ध महिला की मौत हो गई। देर रात अपनी बहू की प्रसव कराने के लिए भाग दौड़ के दौरान रात्रि करीब 11 बजे के आसपास वृद्ध महिला राजबति आंचला कहीं चली गई थी।
देर रात तक आसपास पता तलास किया गया पर पता नहीं चला। अल सुबह ढूंढने के दौरान महिला के पति धनीराम को तालाब में कुछ तैरता हुआ नजर आया। जिसकी सूचना गांव वालों को दी गई, जिसके बाद सुबह थाने में सूचना के बाद पुलिस ने मौका निरीक्षण करने के बाद मामला दर्ज कर जांच में जुट गई है। इधर 102 की सुविधा नहीं मिलने पर घर में ही प्रसव के दौरान बच्चे की भी मौत हो गई। एक ही दिन दो-दो मौत से परिवार के लोग सदमे में हैं। कोयलीबेड़ा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 102 महतारी एम्बुलेंस की सुविधा नही होने से क्षेत्र के लोगों को अक्सर परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
मृतका के पुत्र किसनु राम ने बताया कि रात में बहुत तेज बारिश हो रही थी और प्रसव दर्द उठने पर उसके भाई की पत्नी को कोयलीबेड़ा अस्पताल पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा था, जब वाहन की सुविधा नहीं मिली तो बाइक से लाने का प्रयास किया जा रहा था, परंतु तेज बारिश के चलते बाइक फिसलने लगी, जिस कारण से अस्पताल नही पहुंच पाई और घर पर ही प्रसव कराना पड़ा, जिससे नवजात की मौत हो गई। वहीं रात में वाहन में अपनी बहू को अस्पताल ले जाने के प्रयास में रही सास की तालाब में डूबने से मौत हो गई। इस क्षेत्र में इस तरह से 102 की सुविधा नहीं मिलने से इस प्रकार के हादसे हो रहे हैं।