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कलेक्टर ने जिला अस्पताल का किया आकस्मिक निरीक्षण।

*कलेक्टर ने जिला अस्पताल का किया आकस्मिक निरीक्षण*

*मरीजों से मिलकर इलाज एवं सुविधाओं का लिया जायजा*

*अस्पताल में मरीज व परिजनों को मिले सही मार्गदर्शन*

*पोषण पुनर्वास केन्द्र में कोई भी बेड खाली न रहे: कलेक्टर।
बिलासपुर, 25 अक्टूबर 2023/कलेक्टर  अवनीश शरण ने शाम में जिला अस्पताल का आकस्मिक निरीक्षण किया। उन्होंने अस्पताल में भर्ती मरीजों से मुलाकात कर मिल रहे इलाज एवं अन्य सुविधाओं का जायजा लिया। गर्भवती महिलाओं, बच्चों और इन्डोर मरीजों को परोसे जाने वाले भोजन की गुणवत्ता की जानकारी ली। मरीजों के अस्पताल पहुंचने पर उन्हें इलाज के बारे में सही मार्गदर्शन प्रदान करने के निर्देश अस्पताल प्रबंधन एवं कंसल्टेंट को दिए। अस्पताल में संचालित पोषण पुनर्वास केन्द्र के खाली रहने पर नाराजगी जाहिर की। महिला एवं बाल विकास विभाग के साथ तालमेल बनाकर ज्यादा से ज्यादा कुपोषित बच्चों को योजना का लाभ दिलाने के निर्देश दिए। इस अवसर पर सिविल सर्जन डॉ.अनिल गुप्ता, सीएमएचओ डॉ. राजेश शुक्ला भी उपस्थित थे।
कलेक्टर श्री शरण ने लगभग डेढ़ घण्टे तक निरीक्षण कर अस्पताल की विभिन्न वार्डों एवं मरीजों के लिए उपलब्ध सुविधाओं का जायजा लिया। अस्पताल की साफ-सफाई एवं उपलब्ध बुनियादी सुविधाओं पर संतुष्टि जाहिर की। उन्होंने अस्पताल परिसर में 100 बिस्तर युक्त मातृ एवं शिशु अस्पताल का सघन निरीक्षण किया। सद्यप्रसूता महिलाओं एवं नवजात बच्चों का हालचाल जाना। अस्पताल में मिल रहे भोजन एवं इलाज के बारे में पूछताछ किए। खरकेना, नवागांव एवं घुटकू की शिशुवती माताओं ने बताया कि उन्हें आज अण्डा, दूध, गाजर एवं चने की सब्जी मिली है। हर दिन खाने का अच्छा भोजन मिल रहा है। इलाज ठीक होने के साथ ही किसी प्रकार की दिक्कत नहीं है। कलेक्टर ने पैथोलॉजी लैब का भी अवलोकन किया। वर्तमान मंे लगभग डेढ़ सौ मरीजों की जांच प्रतिदिन विभिन्न प्रकार की जांच की जाती है। हमर लैब की प्रगति के बारे में जिला कलेक्टर को सिविल सर्जन ने बताया। हमर लेब जल्द ही पूर्ण होने वाला है। ढाई सौ से ज्यादा प्रकार की जांच यहां मरीजों को निःशुल्क मिलने लगेगी। अस्पताल में मरीजों के पंजीयन के लिए तैयार किये गये आभा एप्प का और प्रचार प्रसार करने के निर्देश दिए। प्रतिदिन 30 मरीजों के जिला अस्पताल में डायलिसिस होने की जानकारी दी गई। सिविल सर्जन ने बताया कि जीवनदीप समिति मंे पर्याप्त फण्ड है। ढाई करोड़ की राशि फिक्सड डिपॉजिट में जमा होने के अलावा 38 लाख रूपये बचत खाता में उपलब्ध है। जिला अस्पताल पूरे राज्य में पहला अस्पताल है जहां जीवन दीप समिति के कर्मचारियों को कलेक्टर दर पर पारिश्रमिक का भुगतान किया जाता है। उन्होंने अस्पताल में मरीजों के लिए उपलब्ध दवाई एवं इसके वितरण कार्य का भी जायजा लिया।

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