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कुपोषण में कमी लाने पर्यवेक्षको दिया गया समुदाय प्रबंधन का प्रशिक्षण।

 

*कुपोषण में कमी लाने पर्यवेक्षको दिया गया समुदाय प्रबंधन का प्रशिक्षण*

कृष्णा पांडे की रिपोट,

 

गौरेला पेंड्रा मरवाही, 10 दिसंबर 2023/

कुपोषण में कमी लाने एकीकृत बाल विकास परियोजना महिला एवं बाल विकास और स्वास्थ्य विभाग के 46 पर्यवेक्षकों को समुदाय प्रबंधन का एक दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया। कलेक्ट्रेट के अरपा सभा कक्ष में अयोजित प्रशिक्षण में बताया गया कि वजन त्योहार 2023 के अनुसार जिले में 1005 बच्चे कुपोषण के दुर्बलता में चिन्हित हुए है, इसे कम करने का प्रयास किया जा रहा है। यूनिसेफ एवम स्टेट सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर न्यूट्रिशन इंटरवेंशन एम्स रायपुर के तत्वाधान से चल रहे सी-सैम कार्यक्रम के अंतर्गत महिला एवम बाल विकास विभाग और स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर अति गंभीर कुपोषित को कम करने के लिए जिले के सभी पर्यवेक्षकों को जिला पोषण समन्वयक द्वारा प्रशिक्षण दिया गया। इससे पर्यवेक्षक, एएनएम औरआंगनबाड़ी कार्यकर्ता अति गंभीर कुपोषित बच्चों का समुदाय आधारित प्रबंधन के लिए दक्षता प्राप्त कर समुदाय में कुपोषण को कमी लाने में सहयोग प्रदान कर सकेंगे। समुदाय स्तर पर चिंहित अति गंभीर बच्चों की पहचान कर उनके माता-पिता, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व स्वास्थ्य कार्यकर्ता समुदाय स्तर पर सी-सैम क्लिनिक चलाया जाएगा और अति गंभीर कुपोषित बच्चों को विशेष देखभाल के लिए प्रेरित किया जाएगा। साथ ही अति गंभीर कुपोषित बच्चे को पोषण पुनर्वास केंद्र में रेफर कराने के लिए पालकों को समझाइश दी जाएगी। सी-सैम क्लीनिक में गंभीर बच्चों का जांच, वजन, उंचाई एवं पालकों से चर्चा, कुकिंग डेमोंसट्रेशन, छह माह तक फालोअप आदि सुविधाएं उपलब्ध होगी। इससे पालकों को अपने घर पर बच्चों का विशेष देखभाल संबंधी विषय की जानकारी प्राप्त हो सकेगी। प्रशिक्षण में जिला महिला बाल विकास अधिकारी  अतुल परिहार, सीएमएचओ डॉ आई. नागेश्वरराव, जिला पोषण समन्वयक पुष्पावती सहित सभी पर्यवेक्षक उपस्थित थे।

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