[responsivevoice_button voice="Hindi Female" buttontext="यह खबर हिंदी आडिओ में सुने "]

गुरु कृपा महाविद्यालय बच्चों के भविष्य से करता खिलवाड़। इसका जिम्मेदार कौन?

गुरु कृपा महाविद्यालय बच्चों के भविष्य से करता खिलवाड़। इसका जिम्मेदार कौन?

बता दे की दो कमरे में संचालित गुरु कृपा महाविद्यालय सिटी ऑफिस के नाम पर नेहरू चौक पर स्थित है जो की शिक्षा के नाम पर व्यापार करता हुआ नजर आ रहा है बता दे की बच्चों को स्कॉलरशिप पर एडमिशन लेकर 1 साल से उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ करता आ रहा है, मिली जानकारी के अनुसार बी सी ए प्रथम वर्ष अपने कॉलेज में एडमिशन देकर बच्चों को शिक्षा नहीं दिया जा रहा है बता दे की कॉलेज प्रबंधन का कहना है कि हमारा कॉलेज रमतला में स्थित है, जहां पर बच्चों को शिक्षा दिया जा रहा है, जबकि धारा 28 के तहत इस कॉलेज में ना ही प्रिंसिपल और ना ही शिक्षक हैं सूत्रों की माने तो कॉलेज को मान्यता तब मिलती है जब धारा 28 के तहत प्राचार्यो और शिक्षको को रखना अनिवार्य होता है ग्रामीण क्षेत्र में 5 एकड़ भूमि तथा शहरी क्षेत्र में 2 एकड़ भूमि होना भी अनिवार्य है लेकिन अटल बिहारी विश्वविद्यालय का महान कृपा इन  कॉलेजो  पर है जिसे यह सब निरीक्षण न करने के बाद भी इनको संबद्धता दे दी जाती है क्योंकि अटल बिहारी यूनिवर्सिटी के अधिकारियों को इन विद्यालय संचालकों द्वारा लंबा चढ़ावा चढ़ाया जाता है जिसके कारण इन विद्यालयों को अटल बिहारी वाजपेई यूनिवर्सिटी द्वारा आसानी से संबद्धता दी जाती है जिसके सह पर यह बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करते हैं एडमिशन लेने के बाद बच्चे इधर-उधर अपनी शिक्षा को लेकर भटकते नजर आ रहे हैं शहर में ऐसे कॉलेज हैं जिनके पास ना ही शिक्षक नई प्रिंसिपल और ना ही बिल्डिंग फिर भी अटल बिहारी यूनिवर्सिटी का अपने कॉलेज के नीचे बॉर्डर पर लिखकर दो कमरे में संचालित किया जा रहा है सूत्रों की माने तो इसमें कुछ  छोट भैया छात्र नेताओं का भी संरक्षण इन विद्यालयों को प्राप्त है। जोकि कॉलेज प्रबंधन से संपर्क करने पर इन नेताओं से फोन के माध्यम से बात कराते हैं,
* शिक्षा नही व्यापार *
शहर स्थित गुरुकुल महाविद्यालय के नाम से संचालित एक संस्था जिनको अटल बिहारी वाजपेई विश्वविद्यालय से संबद्धता प्राप्त है बच्चो को प्रेवश तो दे रहे है लेकिन न क्लास लगा रहे ना ही कंप्यूटर की जानकारी दे रहे है बीते दिन एक ऐसे ही भटकते पालक और बालिका अटल बिहारी बाजपेई विश्वविद्यालय में शिकायत करने पहुंची थी जिसने पालक ने बताया की पिछले 3महीने से हम भटक रहे है महाविद्यालय क्लास नहीं लगा रहा है और इधर उधर भटका रहे है बीसीए सामान्य विषय नही है अगर बच्ची फैल होती है तो इसकी जिम्मेदारी किसकी है
जब हमने इस बात को लेकर महाविद्यालय प्रशासन के चेयरमैन अजय त्रिपाठी से बात किया तो फ्री में पढ़ने की बात करते हुए बोलने लगे कि पैसे तो दिए नही है और इनको सुविधा चाहिए एक बच्चों या दो बच्चो के लिए मैं शिक्षक नही रख सकता कही और जाकर प्रवेश ले ले ऐसा बाते बोलते नजर आए जिससे उनकी मंशा स्पष्ट समझ आ रही है शिक्षा का मतलब उनके लिए व्यापार है
ऐसा अड़यल और शिक्षा विरोधी रवैया वाला गुरुकृपा महाविद्यालय जिनको
पिछले वर्ष ही इस महाविद्याल को मान्यता मिली है और ऐसे हरकत करते नजर आ रहे है शिक्षा के मंदिर को व्यापार मात्रा के साधन समझने वाले ऐसे महाविद्यालय की मान्यता तत्काल रद्द कर सभी प्रकार की प्रवेश पर त्वरत ही रोक लगानी चाहिए। अब देखना यह है कि अटल बिहारी यूनिवर्सिटी इस पर संज्ञान में लेता है या नहीं ?

गुरु कृपा कॉलेज के कारनामे अगले अंक में हम आपके  पाठको के समक्ष  और विस्तार से जानकारी उपलब्ध कराएंगे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *