[responsivevoice_button voice="Hindi Female" buttontext="यह खबर हिंदी आडिओ में सुने "]

सिचाईं विभाग ने अपनी नाकामी छुपाने के लिए,वेस्ट बियर का डेढ़ फिट दीवाल तोड़ा..

*”सिचाईं विभाग ने अपनी नाकामी छुपाने के लिए,वेस्ट बियर का डेढ़ फिट दीवाल तोड़ा,*

कृष्णा पांडे,
तपेश्वर चन्द्रा/जीपीएम जिले में मरवाही विकास खण्ड के सालेकोटा भर्रीडाँड़ के बीच में बना करीब 70 शाल पुराना गगनई नाले में बना गगनई बांध जिसकी छमता ढीटोरा ,बरगवां, भर्रीडाँड़ राजाडीह,देवर्रीडाँड़,बंसीताल,के अन्नदाताओं के खेतों की प्यास बुझाने में समर्थ है लेकिन विभाग की उदासीनता के कारण आज जर्जर हालत में है विगत तीन, चार वर्षों से मेन गेट के दोनों ओर मिट्टी का गोला बनाके पानी के सुरंग को बंद करते हैं तो दूसरी ओर बोरी में मिट्टी भरके पानी बन्द करते हैं लेकिन इसका कोई इस्थाई समाधान नहीं करते हैं ।मेन गेट के 2,3 फिट एरिया में मेड़ लगे बोल्डर के नीचे से मिट्टी बह गया है बोल्डर हवा में लटक रहा है कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है जिसका खामियाजा अन्नदाताओं को भुगतना पड़ सकता है विभाग का कोई भी जिम्मेदार  अधिकारी झांकने तक नहीं आता है ।
लाभार्थी किसान इंद्रपाल सिंह, तिघाराम, चन्द्रहास कुजूर, भागवत सिंह, रामनरेश, साहेब लाल, गोकुल प्रसाद, गोविन्द केवट, प्रताप रजक, दुखीराम प्रजापति, भगवान सिंह कंवर, रामदयाल सिंह कंवर इनका कहना है कि बांध में पानी भरने की छमता  21 फिट था लेकिन विगत 4वर्ष पहले गेट के बगल में मोटा सुरंग बन गया जिससे पानी बहने लग गया और बांध फूटने के कगार में आ गया जिसे देखते हुए उस समय के तत्कालीन एस डीओ ने बेस्ट वियर (ओभर फोलो पानी बहता है)उस दीवाल को ही डेढ़ फिट नीचे तोड़ दिए जिससे बांध में पानी का भराव ही कम हो गया और तब से मिट्टी और सीमेंट की बोरी में मिट्टी भर कर सुरंग को बंद किया जा रहा है मगर इसका कोई कोई इस्थाई समाधान नहीं किया जा रहा है ।
समाज सेवी एवं किसान प्रकाश चन्द राय, सखन सिंह कंवर, ईश्वर सिंह कंवर, गोकर्ण केवट, लालमन केवट, संतकुमार केवट, नथुलाल लाल केवट बुजुर्ग लोग इनका कहना है कि वेस्ट वियर का दीवाल तोड़ देने से किसानों का भारी नुकसान किये हैं ।

सिचाई विभाग के जिम्मेदार पद पर बैठे हुए अधिकारी यही ऊपर का डेढ़ फिट पानी फूल केनाल पानी सिचाई के लिए खोलने पर 28 से 30 दिन तक चलता था तो थोड़ी बहुत एरिया को छोड़ कर नहीं तो पूरे किसानों के खेत तक पानी पहुँच जाता था ।अब पानी भराव की छमता कम हो जाने से इसका खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ रहा है ।
जे एल एक्का एस डी ओ सिचाई विभाग मरवाही इनका कहना है कि अभी बांध में पानी भरा हुआ है कुछ किसानों ने गर्मी वाली फसल भी लगा रखी है उन्हें भी पानी देना है पानी पूरा खाली करना पड़ेगा तभी जाके बनेगा और पानी खाली करना सम्भव नहीं है इस्टीमेट बना कर भेजा गया है जैसे सेंगसन मिलेगा उसी प्रकार से वर्क किया जाएगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *