भीषण गर्मी में गर्भवती महिलाएं रखे अपना विशेष ध्यान : डॉ.उज्वला
गर्भावस्था हर महिला के लिए एक अलग ही अनुभूति होती है. इस दौरान महिलाओं को कई बदलावों से होकर गुजरना पड़ता है. इसे लेकर ने स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ उज्वला कराड़े ने बताया कि गर्भवती महिलाओं को इस दौरान कई चीजों का ख्याल रखना चाहिए.
बिलासपुर। प्रेग्नेंसी के नौ महीने महिलाओं के लिए बहुत खास और संवेदनशील होते हैं. इस समय शरीर में शिशु को जगह देने के लिए कई बदलाव आते हैं. गर्भावस्था में होने वाले बदलाव में महिलाओं को कई तरह की तकलीफ भी झेलनी पड़ती है. ऐसे में कुछ विशेष बातों का ध्यान रखने से गर्भवती महिलाएं गर्मियों को भी एन्जॉय कर सकती हैं.स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ उज्वला ने बताया कि गर्भवती महिलाओं को भीषण गर्मी में अपना ध्यान देना बहुत जरूरी है. केवल महिला को ही नहीं, बल्कि घर वालों का उसका विशेष ध्यान रखना चाहिए. जब एक गर्भवती महिला पानी पीती है तो उनके अंदर पलने वाले नवजात शिशु को जाने वाले ब्लड की मात्रा अच्छी होती है. गर्मियों में अत्यधिक पसीना आने से बॉडी में ब्लड वॉल्यूम कम हो जाता है,
ऐसे में पानी पीना बहुत जरूरी है. डॉ. उज्वला ने बताया कि गर्भवती महिला को दिनभर में औसतन 3 से 5लीटर पानी पीना चाहिए. वहीं अगर गर्भ में पलने वाले बच्चे में कोई कमजोरी पता चलती है, तो महिला को और भी ज्यादा पानी पीना चाहिए.
पेय पदार्थों से रहें दूर:
प्रेग्नेंसी में महिलाओं को आमतौर पर चाय और कॉफी से दूर रहने की सलाह दी जाती है. डॉ. उज्वला ने बताया कि, प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं को ऐसे किसी भी चीज का सेवन नहीं करना चाहिए जिसमें कैफीन हो, जैसे चाय और कॉफी. वहीं इस अवस्था में सॉफ्ट ड्रिंक्स को भी अवॉइड करना चाहिए, इनमें गैस की मात्रा ज्यादा होती है. इससे गर्भवती महिला के साथ बच्चे को भी नुकसान पहुंच सकता है.
गर्भवती महिलाएं अपनी बॉडी में वॉटर लेवल को मेंटेन रखने के लिए प्रेगनेंट महिलाएं नारियल पानी, लस्सी, छाछ, ताजे फलों का जूस पी सकती हैं. ये शरीर को हाइड्रेटेड रखने में मदद करने के साथ, शरीर का तापमान भी नॉर्मल रखने में मदद करता है. डॉ. उज्वला ने बताया कि फलों का जूस पीने से बेहतर फल खाना होता है. इससे बॉडी में किसी भी तरह के इन्फेक्शन होने की उम्मीद न के बराबर होती है. साथ ही बॉडी को फाइबर भी मिलता है.
प्रेग्नेंसी में सामान्य से ज्यादा गर्मी लगने की वजह:
प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं के शरीर में खून थोड़ा पतला हो जाता हैं इससे हार्मोन्स के कारण नसें फैल जाती हैं, जिसकी वजह से ज्यादा गर्मी लगती है. डॉ. उज्वला की मानें तो गर्भावस्था एक तरह का हार्मोनल बदलाव है. इसी हार्मोनल उतार-चढ़ाव की वजह से गर्भवती महिलाओं को सामान्य महिला की तुलना में ज्यादा गर्मी लगती है. ऐसे में कई महिलाओं में बेचैनी और घबराहट जैसे लक्षण देखने को मिलते हैं, जो बिलकुल सामान्य हैं. इस तरह की समस्यायों से बचने के लिए गर्भवती महिलाओं को पंखे या कूलर की हवा में अधिक समय बिताना चाहिए.
बढ़ते ब्लड प्रेशर का कैसे रखें ध्यान:
वर्तमान में ब्लड प्रेशर (बीपी) यानी एक ऐसी बीमारी हो गई है, जिसकी रेगुलर जांच जरूरी है. वहीं अगर बात गर्भवती महिलाओं की करें, तो कइयों को गर्भवस्था के दौरान बीपी की समस्या शुरू हो जाती है. डॉ. उज्वला ने बताया कि गर्भावस्था में समय-समय पर ब्लड प्रेशर चेक करवाते रहना चाहिए. सही समय पर इलाज मिलने से इसे कंट्रोल किया जा सकता है. उन्होंने यह भी बताया कि गर्भवती महिलाओं को गर्मियों में ढीले-ढाले कपड़े पहनने चाहिए. इसमें कॉटन के कपड़े सबसे ज्यादा आरामदायक होते हैं और इससे स्किन एलर्जी नहीं होती है. ऐसे कपड़े पहनने से स्किन को सांस लेने में भी आसानी होती है.
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