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एक से परेशान दूसरा भी हो रहा है चालू, राजश्री फैक्ट्री के डस्ट कैंसिल के बदबू से है परेशान, बच्चों के स्वास्थ्य पर पढ़ रहा बुरा असर,

राजश्री का डस्ट और केमिकल दे रहा खांसी, घुट रहा दम
मोहल्लेवासियों ने जताई नाराज़गी, कहा- दूसरा प्लांट चालू हुआ तो होगा जीना दुस्वार,

बिलासपुर शहर के औद्योगिक क्षेत्र में स्थित राजश्री फैक्ट्री से निकलने वाले धूल और केमिकल के कणों ने आसपास के मोहल्ले में रहने वालों का जीवन कठिन बना दिया है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि फैक्ट्री से निकलने वाला प्रदूषण उन्हें शारीरिक और मानसिक रूप से परेशान कर रहा है। खांसी, सांस लेने में दिक्कत, और आंखों में जलन जैसी समस्याएं आम हो चुकी हैं।बिलासपुर सिरगिट्टी छेत्र के कंचन विहार, नयापारा,आसपास के रहवासियों का पान मसाला राजश्री फैक्ट्री से निकलने वाले डस्ट और केमिकल से हाल बेहाल है। आसपास के रहवासियों का कहना है,, की फैक्ट्री से निकलने वाले डस्ट और केमिकल के बदबू से उनका सांस लेना मुश्किल है,, दम घुटता है। बच्चे बार – बार बीमार पड़ रहे उन्हें सर्दी खाँसी, और एलर्जी, हो रही है,,उनका भी दम घुट रहा। रात में जब गैस छोड़ा जाता है,, तो पूरा घर बदबू से भर जाता है।
मोहल्ले से लगातार मिल रही शिकायत के बाद द सिटी वाच कि टीम ने जब इलाके का जयजा लेने पहुंची,, और वहाँ के नागरिकों से चर्चा की, तो पता चला कि रविवार को काम बन्द रहता है, इसीलिए आज डस्ट व बदबू कम है,,लोगो ने हमारी टीम के समक्ष राजश्री फैक्ट्री से निकलने वाले गुटखे के गर्द और केमिकल से दम घुटने और सेहत पर पड़ रहे दुष्प्रभाव को लेकर अपनी नाराजगी जताई बल्कि जनप्रतिनिधियों पर भी गम्भीर आरोप लगाते हुए उन्हें भी जमकर कोसा। वहीं प्रदूषण विभाग पर भी स्थानीय लोगों ने सवाल खड़ा किया, राजश्री फैक्ट्री से निकलने वाले प्रदूषण आसपास क्षेत्र के पर्यावरण को नुकसान पहुंचा रहा है, जिस पर ना जिला प्रशासन ना पर्यावरण विभाग इस ओर ध्यान दे रहा है,, वहां के जनप्रतिनिधि पार्षद रवि साहू से जब हमारी टीम चर्चा करने का प्रयास किया तो उन्होंने भी टालमटोल करते हुए हमारी टीम से मुलाकात करने से बचते नजर आए,, ऐसा लग रहा था, कि जिस पार्षद को वहां के निवासियों ने अपना बहुमूल्य वोट देकर जिताया पार्षद जी को वहां के निवासियों की समस्या से कोई लेना-देना नहीं है, क्यू की वह राजश्री के मामले में अपना कान व आंख को बंद कर बैठे हैं,,

मोहल्लेवासियों का आरोप है कि फैक्ट्री प्रबंधन प्रदूषण नियंत्रण के नियमों का पालन नहीं कर रहा है। “अगर अभी यह हाल है तो दूसरा प्लांट चालू होने पर जीना असंभव हो जाएगा,” एक निवासी ने रोष प्रकट करते हुए कहा।

फैक्ट्री के पास रहने वाले लोगों ने बताया कि सुबह और शाम के समय धुएं और केमिकल की गंध बहुत ज्यादा होती है। छोटे बच्चे और बुजुर्ग सबसे अधिक प्रभावित हो रहे हैं। एक स्थानीय महिला ने कहा, “मेरे दो छोटे बच्चे हैं। वे लगातार खांस रहे हैं। डॉक्टर ने बताया कि यह प्रदूषण की वजह से ह

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प्रशासन की चुप्पी
मोहल्लेवासियों का कहना है कि प्रशासन से कई बार शिकायत की गई, लेकिन अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की टीम भी फैक्ट्री का दौरा कर चुकी है, लेकिन स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ।

एक स्थानीय समाजसेवी ने कहा, “प्रशासन को तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए। अगर प्रदूषण नहीं रुका तो हम आंदोलन करेंगे।”

मांगें और चेतावनी
प्रभावित नागरिकों ने प्रदूषण नियंत्रण के लिए फैक्ट्री में आधुनिक उपकरण लगाने की मांग की है। साथ ही चेतावनी दी है कि अगर प्रशासन ने उनकी समस्याओं को नजरअंदाज किया, तो वे सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन करेंगे।:

स्थानीय निवासीयो का कहना है की “हमारा दम घुट रहा है। फैक्ट्री की वजह से जीना मुश्किल हो गया है। बच्चे और बुजुर्ग सबसे ज्यादा परेशान हैं।

जिला प्रशासन से निवासियों की मांग की है
प्रदूषण रोकने के लिए आधुनिक उपकरण लगाए जाएं।
प्रशासन तुरंत कार्रवाई करे।
दूसरा प्लांट चालू न किया जाए।
: विशेषज्ञ की राय
“फैक्ट्री प्रदूषण का असर केवल स्थानीय स्तर पर नहीं, बल्कि पूरे क्षेत्र की पर्यावरणीय सेहत पर पड़ेगा। तत्काल कदम उठाना जरूरी है।”
– डॉ. विकास शर्मा, पर्यावरण विशेषज्ञ

अब देखना यह होगा की पर्यावरण विभाग या जिला प्रशासन राजश्री पर क्या संज्ञान लेता है,

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