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निगम आयुक्त ने फर्जी दस्तावेजों से ईडब्ल्यूएस जमीन हस्तांतरण पर गठित की है जांच टीम

बिलासपुर। शहर से लगे खमतराई क्षेत्र में गीतांजली कंट्रक्शन द्वारा ‘स्वर्णिम ऐरा’ प्रोजेक्ट के तहत कॉलोनी का विकास किया जा रहा है, लेकिन इस प्रोजेक्ट के पीछे कई अनियमितताएं सामने आ रही हैं। कॉलोनाइज़र एसआर साहू द्वारा कुछ लोगों की निजी जमीन दबाने और कोटवारी भूमि को ईडब्ल्यूएस के नाम से नगर निगम को हस्तांतरित करने को लेकर संभागायुक्त, कलेक्टर और एसडीएम से लेकर निगम कमिश्रर के पास शिकायत दर्ज की गई थी, जिसके बाद निगम आयुक्त ने जांच के आदेश दिए थे। जांच के दौरान यह मामला सही पाया गया, लेकिन अब तक किसी भी तरह की ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। अधिकारियों की लापरवाही और टालमटोल की वजह से मामले में कोई प्रगति नहीं हो पाई है। गीतांजली कंट्रक्शन ने स्वर्णिम ऐरा कॉलोनी के लिए कोटवारी भूमि को ईडब्ल्यूएस के नाम पर नगर निगम को हस्तांतरित किया था। इस प्रक्रिया में फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल किया गया था, जिसका खुलासा जांच में हुआ। निगम आयुक्त ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच टीम का गठन किया, लेकिन अधिकारियों की ओर से कोई स्पष्ट जवाब नहीं आया।
00 सीमांकन रिपोर्ट में भी गड़बड़ी
इस मामले में कलेक्टर अवनीश शरण को एसडीएम पीयूष तिवारी ने सीमांकन का ओके रिपोर्ट भेजी थी, लेकिन रिपोर्ट में जमीन की स्पष्ट पहचान नहीं की गई। एसडीएम ने रिपोर्ट भेजने के बाद इस पर और किसी कार्रवाई की जानकारी नहीं दी। जमीन चिन्हांकित करने की जिम्मेदारी अब तक पूरी नहीं हो पाई, जिससे मामला और जटिल होता जा रहा है। इसके कारण यह संदेह हो रहा है कि कहीं कोई बड़ा घोटाला तो नहीं हो रहा है। शिकायतकर्ता कमला गडरिया ने मामले की शिकायत दोबारा कलेक्टर से की है।
00 अधिकारियों की लापरवाही से असंतुष्ट शिकायतकर्ता
शिकायतकर्ता कमला गडरिया ने बताया कि निगम और प्रशासनिक अधिकारियों की लापरवाही के कारण इस मामले में कोई भी ठोस कदम नहीं उठाया गया है। कई बार शिकायत दर्ज होने के बावजूद जांच टीम ने समय पर रिपोर्ट नहीं दी है। अधिकारी मामले को टालने का प्रयास कर रहे हैं, जिससे गहरा असंतोष है। प्रशासन यदि समय रहते कार्रवाई करता, तो इस मामले में अब तक हमारी जमीन हमें मिल जाती।
00 वर्जन….
00 मामले की जांच करने तहसीदार को सौपी जिम्मेदारी
सीमांकन का मामला अब तहसीलदार राहुल शर्मा को सौंप दिया है। वहीं इस मामले को देख रहे हैं। स्वर्णिम ऐरा के प्रोजेक्ट पर जब तक निगम आयुक्त रोक नहीं लगाती तब तक राजस्व विभाग पूरे खसरों का नाप नहीं कर सकती है। कोटवारी भूमि की जांच कर रिपोर्ट निगम आयुक्त को भेज दी गई है।
पीयूष तिवारी, एसडीएम बिलासपुर।

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