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कौशल से सेवा की ओर: आर्ट ऑफ लिविंग के सुरक्षा प्रशिक्षण से 43 ग्रामीण युवा बना रहे हैं बेहतर भविष्य…

कौशल से सेवा की ओर: आर्ट ऑफ लिविंग के सुरक्षा प्रशिक्षण से 43 ग्रामीण युवा बना रहे हैं बेहतर भविष्य

बेंगलुरु,. 9 अप्रैल – ग्रामीण युवाओं को रोजगार के बेहतर अवसर प्रदान करने की दिशा में एक सराहनीय पहल करते हुए, आर्ट ऑफ लिविंग इंटरनेशनल सेंटर ने हाल ही में अपने सुरक्षा प्रशिक्षण और प्लेसमेंट प्रोग्राम के पहले चरण को सफलतापूर्वक पूरा किया। इस कार्यक्रम में देश के नौ राज्यों से आए 43 युवक-युवतियों ने हिस्सा लिया, जिनकी उम्र 18 से 35 वर्ष के बीच थी।

यह प्रशिक्षण 17 से 25 मार्च के बीच बेंगलुरु स्थित आर्ट ऑफ लिविंग के अंतरराष्ट्रीय केंद्र में आयोजित हुआ। प्रतिभागी पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़, ओडिशा, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, झारखंड और दिल्ली जैसे राज्यों से आए थे। इनमें से कई युवाओं ने पहली बार अपने गांव या शहर से बाहर कदम रखा और एक ऐसा वातावरण पाया जहाँ उन्हें न केवल व्यावसायिक कौशल मिले, बल्कि आत्मविश्वास और जीवन कौशल भी सिखाए गए।

यह कार्यक्रम श्री सुमेरु रियल्टी प्राइवेट लिमिटेड की एक इकाई श्री सुमेरु सुरक्षा एलएलपी द्वारा संचालित किया जा रहा है। इसका उद्देश्य 2026 तक 10,000 ग्रामीण युवाओं को प्रशिक्षित करना है ताकि वे सुरक्षा सेवाओं, हाउसकीपिंग, ड्राइविंग, इलेक्ट्रिकल वर्क और बुजुर्ग देखभाल जैसे विभिन्न क्षेत्रों में रोजगार पा सकें।

प्रशिक्षण तीन चरणों में आयोजित किया जाता है—10-दिवसीय आवासीय फाउंडेशन मॉड्यूल, दो महीने की ऑन-द-जॉब ट्रेनिंग (OJT), और उसके बाद प्लेसमेंट सपोर्ट। इस बैच की ऑन-द-जॉब ट्रेनिंग 27 मार्च से शुरू हो चुकी है और अब तक 18 प्रतिभागियों को ₹17,000 तक की प्रारंभिक सैलरी के साथ नौकरी के प्रस्ताव भी मिल चुके हैं।

दिल्ली से आई प्रतिभागी अर्चना चौरेसिया ने कहा, “मैं यहां सुरक्षा प्रशिक्षण को समझने आई थी। अब मुझे लगता है कि मैं न सिर्फ इस क्षेत्र में काम कर सकती हूं, बल्कि दूसरों को भी प्रशिक्षित करने में सक्षम हूं।” उन्होंने आगे बताया कि सुदर्शन क्रिया सीखना उनके लिए जीवन का एक महत्वपूर्ण मोड़ रहा, जिससे उन्हें मानसिक शांति और ऊर्जा दोनों मिली।

इस प्रशिक्षण में आत्मरक्षा, शारीरिक फिटनेस, संवाद कौशल, बेसिक कंप्यूटर ज्ञान और भाषा विकास जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों पर भी ध्यान दिया गया। प्रतिभागियों को NSDC प्रमाणित सामग्री और प्रशिक्षण के बाद भी सतत मार्गदर्शन मिलता है, जिससे वे अपने करियर को सही दिशा में आगे बढ़ा सकें।

अब अगला प्रशिक्षण सत्र 1 से 15 मई के बीच आयोजित होने जा रहा है। यह पहल न केवल युवाओं को नौकरी के लिए तैयार कर रही है, बल्कि उन्हें एक सम्मानजनक और सार्थक जीवन जीने की प्रेरणा भी दे रही है – कौशल के माध्यम से सेवा की ओर एक सशक्त कदम।

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