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संसदीय सचिव द्वारा क्षेत्र में कृषक सम्मान समारोह आयोजित कराये जाने पर जिला पंचायत सभापति अंजू बघेल ने उठाए सवाल

यह किसान सम्मान समारोह नहीं कांग्रेस कार्यकर्ताओं का सम्मान समारोह है

नवागढ़ विधानसभा व प्रदेश के सोसायटी के अध्यक्षों को मनोनीत किये जाने पर जिला पंचायत कृषि विभाग के सभापति व भाजयुमों के प्रदेश प्रशिक्षण प्रमुख अंजू बघेल ने निशाना साधते हुए कहां की प्रदेश में व नवागढ़ विधानसभा में सोसायटी के अध्यक्षों को मनोनीत किया गया है और मनोनीत कर किसानों के हक का हनन किया जाना यह नवागढ़ विधानसभा और प्रदेश में कांग्रेस की स्थिति स्पष्ट करता है और मनोनीत करने के पश्चात कृषक सम्मान समारोह कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है यह किसान सम्मान नहीं बल्कि कांग्रेस के कार्यकर्ताओं का सम्मान है स्वयं का सम्मान समारोह है और किसान का अपमान है अगर यह किसान सम्मान समारोह होता तो किसानों के द्वारा सोसायटियों के अध्यक्ष का चुनाव किया जाता उन पर मनोनीत कर अध्यक्ष थोपा नई जाता जबकि भारतीय जनता पार्टी के 15 साल के कार्यकाल में अध्यक्ष किसानों के बिच से और उनके द्वारा चुना गया व्यक्ति को प्रतिनिधि और प्रतिनिधियों द्वारा अध्यक्ष का चुनाव कर अध्यक्ष बनाया जाता था जबकि कांग्रेस के द्वारा मनोनीत अध्यक्ष पद के लिए पैसो का लेनदेन किया गया है यह बात का अनुमान भाटापारा में हुए ऑडियो वायरल और एक लाख-डेढ़ लाख की बातों से खरीदी फोरख्त का अनुमान लगाया जा सकता है इस तरह से जिनका किसानों के साथ कोई वास्ता नहीं है उनको किसानों पर अध्यक्ष बना कर लादा गया है यह शर्मनाक दुःखद और दुर्भाग्यपूर्ण है

कृषक सम्मान का नाम देकर कांग्रेसी सम्मान का खर्च कहा से व्यय होगा

इसके अलावा कृषक सम्मान समारोह का नाम देकर कांग्रेस कार्यकर्ता समारोह में लाखों का खर्चा किया जा रहा है तामझाम,नाच-गाना किया जा रहा है उसका बिल कहा से फटेगा निश्चित ही उसका बिल सोसायटी के ऊपर और किसानों के ऊपर फटेगा और रह गई बात इस आयोजन की तो किसान द्वारा चुनाव प्रणाली से अध्यक्ष बनने के पश्चात पूर्व में भाजपा शासनकाल में यहीं आयोजन किया जाता था तो कांग्रेसी लोग नाचा-गम्मत कहकर आयोजन का मजाक उड़ाते थे तो आज वहीं नाच-गाने का आयोजन स्वयं के सम्मान में क्यों…….??

कृषक सम्मान करना है तो कृषक हितैसी योजनाओं को उन तक पहुंचाया जाता तो कृषक सम्मान होता

कृषक सम्मान हकीकत में करना है तो बारदाने की उचित व्यवस्था किया जायें जिससे किसानों को परेशानी न हों,केंद्र सरकार के द्वारा धान खरीदी हेतु पर्याप्त मात्रा में मूल्य दिया जाता है जबकि राज्य सरकार के द्वारा केवल अपने घोषणा पत्र के अनुसार ऊपर का मूल्य दिया जाता है उस मूल्य को भी क़िस्त-क़िस्त में दिया जाता है उसे भी एकमुश्त दिया जायें क्योंकि लगभग 70% मूल्य केंद्र सरकार के द्वारा दिया जाता है उसके बावजूद भी राज्य सरकार के द्वारा किसानों को धक्का-मुक्की खिला कर घुमा-फिरा का धान का मूल्य दिया जाता है उसको एकमुश्त दिया जायें तब किसान सम्मान होगा,क्षेत्र में गुणवत्ताहीन वर्मी-कम्पोस्ट किसानों को जबरदस्ती दिया जाता है उसको रोककर गुणवक्तायुक्त वर्मी कम्पोस्ट का व्यवस्था किया जाता और पर्याप्त मात्रा में किसानों को दिया जायें तब किसान सम्मान होगा,पुरे क्षेत्र व प्रदेश में किसानों का रकबा काटा जा रहा था और काटा गया तब आप कहां थे और उसकों क्यों नहीं रोकते उसकों रोकेंगे तब किसान सम्मान होगा,धान खरीदी में राज्य सरकार के घोषणा अनुरूप और गंगाजल को हाथ में रखकर वादा किया गया था की किसानों का दाना-दाना धान ख़रीदा जाएगा तो फिर क्यों 15 क्विंटल का लिमिट रखा गया उस लिमिट को समाप्त कर अनलिमिटेड करने के लिए क्यों नहीं कहते अगर कहते तो वो किसान सम्मान होता,अगर आप क्षेत्र में कृषक कल्याण चाहते है तो विधानसभा में 40% लोगों को प्रधानमंत्री जी द्वारा दिए जा रहें किसान सम्मान निधि से वंचित है उनको इस योजना से लाभवांवित कराने का प्रयास करते तब किसान सम्मान होता,फसल बिमा की राशी किसानों को दर-दर की ठोकर खाने के पश्चात हाईकोर्ट तक जाने के बाद मिलता है उसके लिए समय सिमा में दिलाने की उचित व्यवस्था कराते तब कृषक सम्मान होता,पुरे बेमेतरा जिले और प्रदेश में किसानों के हित में ट्रैक्टर,हार्वेस्टर,कृषि सामग्री और तरह तरह की चीजे आती है पर उसमें भी नवागढ़ विधानसभा को पिछड़ा रखा जाता है उसके लिए क्षेत्रीय विधायक क्यों आवाज नई उठाते इसका केवल 2-4 % ही लाभ नवागढ़ को मिलता है बाकि जिले के एक ही विधानसभा तक सिमित रह जाता है और इसका गुणगान प्रदेश में किया जाता है यह भी सोचनीय विषय है इस पर नवागढ़ के लोगों को सोच-विचार करना चाहिए

इन तमाम विषयों पर सभापति अंजू बघेल ने क्षेत्रीय विधायक बंजारे पर निशाना साधते हुये यह भी आरोप लगाया की आप अपने ही पार्टी के लोगों का नेताओं और जनप्रतिनिधियों का सम्मान नई करते तो दूसरों का क्या करेंगे उन्होंने कहां की आपके ही पार्टी के नेताओं के द्वारा ‘अध्यक्ष पद’ पर आपके ऊपर उठाये गये सवाल के ऊपर आपने कहाँ है की मैं दलगत राजनीती ने ऊपर उठकर क्षेत्र के विकास के लिए काम करता हूँ तो मेरे गृह ग्राम में शासन द्वारा आयोजित सरकारी समारोह में मुझे अतिथि क्यों नहीं बनाया गया मैं भाजपा का हूँ ठीक है मुझे नहीं बुलाया गया पर आपके पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को सम्मान क्यों नहीं दिया जाता उनको क्यों कार्यक्रमों में नई बुलाया जाता सुशीला जोशी जिला पंचायत सदस्य,शशिप्रभा गायकवार्ड जिला पंचायत सदस्य,विजय बघेल आयोग के सदस्य और अन्य नेताओं को अपमानित करना या कांग्रेस के ही कार्यक्रम से दूर रखना आपके कथनी और करनी और दलगत राजनीती से ऊपर उठकर काम करने वाले बात में अंतर स्पष्ट करता है

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