बेमेतरा:बेमेतरा जिला पंचायत में पदस्थ संविदा कर्मी सहायक ग्रेड 03 गोविंद नामदेव के विरुद्ध हुए शिकायत में जांच अधिकारियों ने शिकायत कर्ता के आरोपो को बेबुनियाद और आधारहीन मानते हुए लिपिक गोविंद नामदेव के नियुक्ति को कुतर्को के सहारे सहारे सही ठहराने के असफल प्रयास किया गया लिपिक को कार्यवाही से बचाने जांच अधिकारियों द्वारा साजिश रखी गई मामले को देखते हुए तो जांच अधिकारियों के विरुद्ध ही जांच की आवश्यकता है लिपिक गोविंद नामदेव को आखिर नियमो से परे हटकर बचाने की कोशिश क्यो हुई जिला पंचायत के कार्यप्रणाली पर बहुत बड़ा सवालिया निशान खड़ा हो रहा है शिकायत कर्ता नारद सिंह राजपूत ने सीईओ जिला पंचायत कलेक्टर बेमेतरा,कमिश्नर दुर्ग सेक्रेटरी पंचायत एवं ग्रामीण विकास, और चीफ सेक्रेटरी के पास एक साथ शिकायत किये थे शिकायत कर्ता ने जब तक जांच की कार्यवाही पूर्ण न हो तब तक विकास आयुक्त कार्यालय विकास भवन रायपुर में गोविंद नामदेव के नियमितीकरण पर रोक के लिए आवेदन करने की भी जानकारी दिए है
*जांच अधिकारियों द्वारा अनुभव प्रमाणपत्र को बिना वेरिफिकेशन कराए सही ठहराया गया*
गोविंद नामदेव की डाटा एंट्री ऑपरेटर के रूप में नियुक्ति 14 जून 2007 को हुई थी और अपने नियुक्ति के समय जो अनुभव प्रमाणपत्र लगाया है उसमे 02 मई 2006 का तारीख लिखा हुवा है शिकायत कर्ता ने अपने शिकायत में नियुक्ति के 11 माह पूर्व के दिनांक से अनुभव प्रमाण पत्र कैसे जारी हुवा इस पर भी जांच की मांग किए थे लेकिन जांच अधिकारियों ने नियुक्ति के समय गोविंद नामदेव द्वारा प्रस्तुत अनुभव प्रमाण पत्र को बिना वेरिफिकेशन के सच कैसे मान लिया जनपद पंचायत नवागढ़ द्वारा जारी पत्र क्रमांक /2596 /ज प /2011 -12 /नवागढ़ दिनांक 06 फरवरी 2011 को जारी पत्र का जांच अधिकारियों ने वेरिफिकेशन क्यो नही कराया नियुक्ति से 11 माह पूर्व का अनुभव जनपद पंचायत नवागढ़ ने कैसे जारी किया उपरोक्त अनुभव प्रमाण पत्र प्रथमदृष्टया ही संदिग्ध नजर आ रहा है जांच अधिकारियों के विरुद्ध जांच में ही खुलासा होगा कि अनुभव प्रमाणपत्र को बिना वेरिफिकेशन कराए सीईओ जिला पंचायत बेमेतरा के समक्ष कैसे जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत कर दिए जांच अधिकारी श्री नकुल वर्मा और श्री ओम प्रकाश राजपूत के पास कोई दिब्य शक्ति होगा या पैसों का लेन देन हुवा होगा या राजनीतिक दबाव रहा होगा तभी जानबूझकर गोविंद नामदेव द्वार नियुक्ति के समय प्रस्तुत अनुभव प्रमाणपत्र को वेरिफिकेशन के लिए जनपद पंचायत नवागढ़ नही भेजा गया दूसरी आपत्तिजनक बात अनुभव प्रमाणपत्र में देखने को मिली जिसमे एक ही पद के नियुक्ति में दो दो पद का अनुभव लाभ दिया गया है शायद गोविंद नामदेव की इसी योग्यता के चलते अब तक सारे जिला पंचायत सीईओ के सबसे निकटतम कर्मचारी रहा है वर्तमान में गोविंद नामदेव संविदा कर्मचारी होते हुए भी विद्वता के चलते सीईओ के बाद कार्यालय में नम्बर दो की भूमिका में रहता है
*जिला पंचायत बेमेतरा में दोषियों को साजिश के तहत बचाने का रहा है इतिहास*
जिला पंचायत बेमेतरा का विभिन्न शिकायतों में झूठ छल कपट षड्यंत्र का सहारा लेकर दोषियों को बचाने का पुराना इतिहास रहा है साजा जनपद में कार्यरत बर्खास्त फर्जी शिक्षाकर्मी वर्ग 03 नीता साहू को अपने अधिकार क्षेत्र से परे जाकर बिना सामान्य सभा मे अनुमोदन कराए कूटरचित कर कार्यालयीन आदेश क्रमांक /4577 /जि प /शिक / स्था /2016 बेमेतरा दिनांक 01 अक्टूबर 2016 के अंतर्गत फर्जी ट्रांसफर कर दिया था जबकि उस समय सीईओ जनपद पंचायत कलेक्टर के नीर्देश पर फर्जीयो का जांच कर रहे थे और नीता साहू को बर्खास्त भी किया गया था शिकायत पर तत्कालीन कलेक्टर कार्तिकेय गोयल के कड़ा रुख के चलते फर्जी ट्रांसफर को अपने आदेश क्रमांक /10513 //जिप /स्था /शिक्षा/ 2018 बेमेतरा दिनांक 14 सिंतम्बर 2018 को फर्जी ट्रांसफर आदेश को अंततः निरस्त करना पड़ा लेकिन दुर्भाग्य ही कहा जाए नीता साहू आज भी मुंगेली में अवैध तरीके से बर्खास्त होने के बाद भी नौकरी कर रही है तब शिक्षा शाखा शायद गोविंद नामदेव ही देख रहा था एक साजिश के तहत कार्यवाही से बचाने में जिला पंचायत बेमेतरा कामयाब रहा दूसरी साजिश बेरला विकासखण्ड में कार्यरत शिक्षाकर्मी वर्ग 02 श्यामलाल साहू का है जिनको कूटरचित दस्तावेज से स्थानांतरण कराने के दोषी पाए जाने के बाद भी एफआईआर दर्ज न करा कर सिर्फ ट्रांसफर को निरस्त कर एक साजिश के तहत बचाया गया तीसरी सबसे बड़ी साजिश तो साजा के तत्कालीन सीईओ प्रकाश मेश्राम को बचाने में किया गया जिसके विरुध्द मंत्रालय में न्यायालयीन आर्डर के विरुध्द एक फर्जी शिक्षाकर्मी को पुनर्नियुक्ति आदेश जारी कर नौकरी कराए जाने का था जिसकी जांच हेतु सेक्रेटरी पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग ने अपने कार्यालयीन पत्र क्रमांक /415 आर /1951 /2019 / 22 -2/ अटल नगर नवा रायपुर दिनांक 01 अक्टूबर 2016 सीईओ जिला पंचायत बेमेतरा को जांच अधिकारी बनाया गया था जिसमे सीईओ प्रकाश मेश्राम को बचाने मंत्रालय में गलत तथ्यों को प्रस्तुत किया गया था इस प्रकार सीईओ प्रकाश मेश्राम कोर्ट की अवमानना कर भी बड़े शान से जिला पंचायत बेमेतरा की कृपा से कानून को धता बताकर नौकरी कर रहा है ऐसे अनेकों मामले है जिसमे जिला पंचायत,डीईओ ऑफिस जिले के चारो ब्लॉक के जनपद और बीइओ ऑफिस जुगाड़ साजिश और षडयंत्रों से चल रहा है और सैकड़ो फर्जी लोग बड़े शुकुन से नौकरी कर रहे है जिले में तीन लिपिकों का नाम अभी सुर्खियों में है दीक्षित नामदेव और कुशवाहा यदि इनके द्वारा संधारित विभागों की ईमानदारी से जांच की जाए तो कई चौकाने वाले मामलों का खुलासा हो सकता है
जिला पंचायत द्वारा मुझे 14 नवम्बर को गोविंद नामदेव का जांच प्रतिवेदन डाक से प्राप्त हुवा मेरे द्वारा जिला से लेकर प्रदेश के तमाम अधिकारियों के समक्ष पृथक पृथक शिकायत किया गया था जांच प्रतिवेदन देखकर मुझे आश्चर्य हुवा जांच अधिकारी लोग नामदेव द्वारा प्रस्तुत अनुभव प्रमाण पत्र को बिना वेरिफिकेशन के सच मान लिया और मेरे शिकायत को निराधार कहा गया समस्त अधिकारियों के विरुध्द महामहिम राज्यपाल और माननीय मुख्यमंत्री के समक्ष पूरे साक्ष्य सहित शिकायत करूँगा और गोविंद नामदेव के विरुद्ध कार्यवाही तो होगी ही साथ मे जांच अधिकारियों और सीईओ जिला पंचायत बेमेतरा के विरुद्ध भी नामदेव को बचाने की शिकायत करूँगा सबसे अंतिम विकल्प तो न्यायालय का खुला ही है
*नारद सिंह राजपूत सेवा निवृत्त शिक्षक कोहकाबोड़ साजा*
Sanjeev singh Address bhartiya nagar bilaspur 7000103836