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मृतक किस राजनीतिक दल का था या नहीं था, इसका स्पष्टीकरण पुलिस क्यों दे रही है, निलेश बिसवास

बिलासपुर, 14 दिसंबर 2022। एनसीपी के प्रदेश प्रवक्ता निलेश विश्वास ने खड़े किए बड़े सवाल ?
व्यस्त मार्ग सकरी के बटालियन मोड़ पर फिल्मी स्टाइल में गोलीबारी होती है एक व्यक्ति मारा जाता है गोली चलाने वाले फरार हो जाते हैं और जिम्मेदार पुलिस विभाग की ओर से जारी विज्ञप्ति में यह कुंडली दी जाती है कि मृतक का किसी कांग्रेस पार्टी से कोई संबंध नहीं है । और वह हिस्ट्रीशीटर था। मैं एक जिम्मेदार राजनीतिक दल एनसीपी का प्रदेश प्रवक्ता होने के नाते यह पूछता हूं कि विज्ञप्ति जारी करने वाले पुलिस विभाग से अधिकारी यह भी बताएं कि ऐसे कितने मामले थे जिनमें मृतक के खिलाफ धारा 307 कायम हो सकता था और किस नेता के दबाव में नहीं किया गया यदि 1 साल पहले हुई गैंगवार में पुलिस ने निष्पक्ष कार्यवाही की होती तो मृतक पर धारा 307 का अपराध कायम होता और वह जेल में होता। शहर की क्या कहें पूरा जिला वर्तमान में संगठित गुंडा मवालियों के आतंक के साए में सांस लेने को मजबूर है।
नाबालिक बच्चों का अपहरण हो जाता है उनकी अस्मत लूट ली जाती है और पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए कोशिश करती रहती है कुछ ही दिन पूर्व मस्तूरी के एक मंदिर से मूर्ति चोरी चली गई लंबे अंतराल के बाद मूर्ति चोर पकड़े गए एक आरोपी फरार है बताया जाता है कि जो आरोपी फरार है वह एक राजनीतिक दल के नेता के घर की शादी में मेहमानों को मिठाई परोसते देखा गया और यह जानकारी पुलिस के आला अधिकारियों को भी है पर वह कभी यह नहीं मानते कि उन पर राजनीतिक दबाव है। ओ लेते हुए यह जानकारी देते हैं कि शहर का हिस्ट्रीशीटर का संबंध राजनीतिक दल से नहीं था यह स्पष्टीकरण तो उन राजनीतिक दल के पदाधिकारियों को देना चाहिए जिसकी नाम पट्टीका मृतक की गाड़ी पर लगी हुई थी। और इतने दिन की वाहन चेकिंग के दौरान क्या यह नाम पट्टीका लगी हुई गाड़ी कभी शहर की जागरूक यातायात पुलिस को दिखाई नहीं दी या ए सी सी यू के सुपर कॉक की दृष्टि से कैसे चूक गई एनसीपी के सभी कार्यकर्ता शीघ्र ही शहर की बिगड़ती कानून व्यवस्था के खिलाफ क्रमबद्ध आंदोलन करेंगे।

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