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जल जीवन मिशन योजना में बड़ा घोटाला, ई.ई एस के चंद्रा हुऐ निलंबित, एम डी ने अपने ही विभाग के सिस्टम पर खड़े किए सवाल?

  1. जल जीवन मिशन योजना में बड़ा घोटाला, ई . ई एस के चंद्रा हुऐ निलंबित।

बिलासपुर – लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी आलोक कटियार ने पदभार ग्रहण करते ही, पी एच ई विभाग के ई.ई को किया निलंबित, दरअसल मामला यह है कि बिलासपुर के ई.ई एस के चंद्रा मात्र 6 घंटे के लिए टेंडर खोलते थे और इसकी जानकारी किसी भी ठेकेदार को नहीं होती थी और वह अपने चहेते ठेकेदार को टेंडर दे दिया करते थे! दो बार ईडी के छापा पड़ने  और भ्रष्टाचार का आरोप लगने के बाद भी उनको बिलासपुर जिले का प्रभार दिया गया! 6 तारीख को लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी सीईओ आलोक कटियार ने मामले की गंभीरता को देखते हुए चंद्रा को निलंबित कर दिया!

उसके बाद जल जीवन मिशन योजना 2024 सितंबर तक पूरा होना है, जबकि टेंडर घोटाला होने के बाद यह योजना अधूरा लटकी हुई नजर आ रही है उसके बाद फिर से टेंडर की प्रक्रिया जारी है! लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी एमडी आलोक कटियार उसके बाद क्रीडा ऑफिस  पहुंचकर वहां चल रहे निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया और जरूरी दिशा निर्देश दिए! मीडिया से बात करते हुए उन्होंने यह भी कहा कि कहीं ना कहीं सिस्टम में लापरवाही है, इस मामले में जो भी सम्मिलित पाए जाएंगे सभी पर कार्रवाई की जाएगी ,इससे पूर्व ऐसे मामलों में 2 ई ई को कारावास के साथ कठोर दंड दिया गया था पर ऐसे गम्भीर मामलों में एस के चन्द्रा के ऊपर क्या कार्यवाही होती है भी या नहीं यह तो आने वाला समय पर निर्भर करता है,और उनको सरक्षण देने वाले अधिकारियों के ऊपर क्या दण्डात्मक कार्यवाही होती है भी या नही । इससे पूर्व के जलजीवन मिशन संचालक मौन रहे किंतु जैसे ही आलोक कटियार ने मिशन संचालक के पद ग्रहण किये उन्होंने तात्कालिक मामले को संज्ञान लिया एवम कार्यवाही की है देखना यह है कि तेज तरार अधिकारी आगे की कार्रवाई क्या करते हैं या फिर पूर्व की तरह मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया जाएगा ,क्योंकि विधानसभा जैसे न्यायिक सदन में सब अधिकारियों ने जान बूझकर टेंडर में हुए भ्रष्टाचार के3 साक्ष्य को मिटाने का प्रयास करते हुऐ मंत्री को गुमराह किया एवं गलत जानकारी दी थी ,इस मामले मे f.i.r. की मांग भी की गई है पर देखना यह है कि इस मामले पर अधिकारी किस तरह से करवाई करते हैं या नही ?

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