[responsivevoice_button voice="Hindi Female" buttontext="यह खबर हिंदी आडिओ में सुने "]

20 साल की सेवा को शून्य किए जाने से नाराज एलबी संवर्ग शिक्षकों ने पूर्ण पेंशन की मांग करते हुए सरकार की नीति के खिलाफ धरना दिया।

/पेण्ड्रा/ कृष्णा पांडे की रिपोर्ट

20 साल की सेवा को शून्य किए जाने से नाराज एलबी संवर्ग शिक्षकों ने पूर्ण पेंशन की मांग करते हुए सरकार की नीति के खिलाफ धरना दिया

धरना में मरवाही विधायक डॉ केके ध्रुव की शिक्षिका बेटी विनिता ध्रुव भी शामिल हुई


पेण्ड्रा / शासन द्वारा 20 साल की सेवा को शून्य घोषित किए जाने के कारण छत्तीसगढ़ राज्य के एलबी संवर्ग शिक्षकों को पुरानी पेंशन योजना का पूरा लाभ नहीं मिल पाएगा और 10 हजार से ज्यादा शिक्षक पेंशन की पात्रता से वंचित हो जायेंगे इसलिए एलबी संवर्ग शिक्षक भूपेश सरकार की नीति से नाराज होकर सोमवार को पूर्व सेवा गणना शिक्षक मोर्चा जिला मुख्यालय गौरेला पेण्ड्रा मरवाही में सैकड़ों शिक्षकों ने एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया। धरना प्रदर्शन में मरवाही विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेसी विधायक डॉ केके ध्रुव की शिक्षिका बेटी विनिता ध्रुव भी शामिल रही। वहीं इस हड़ताल के कारण स्कूल सिर्फ मध्यान्ह भोजन के लिए खोले गए और स्कूलों में मध्यान्ह भोजन संचालन की जिम्मेदारी अधिकारियों ने रसोइयों को सौंप दी थी।

शिक्षकों की मांग है कि उन्हें प्रथम नियुक्ति तिथि से पेंशन का लाभ दिया जाए। पुरानी पेंशन योजना लागू करके जहां एक ओर भूपेश बघेल सरकार और कांग्रेस पार्टी पूरे देश के कर्मचारियों के बीच लोकप्रियता बटोर रही है वहीं दूसरी ओर हकीकत यह है कि प्रदेश के डेढ़ लाख शिक्षक सरकार के पेंशन लागू करने के तरीके से आक्रोशित हैं, क्योंकि एलबी संवर्ग शिक्षकों को शासन 1 जुलाई 2018 से पेंशन देना चाहती है जबकि वो 1998 से शिक्षाकर्मी के रूप में कार्य करते आए हैं और उनकी 20 वर्ष की सेवा को शून्य घोषित करने के अन्याय पूर्ण निर्णय से शिक्षकों में सरकार के खिलाफ जबरदस्त नाराजगी है। एलबी संवर्ग के शिक्षकों ने शिक्षा कर्मी के पद पर प्रथम नियुक्ति तिथि से पूर्व सेवा गणना कर प्रथम नियुक्ति के आधार पर पुरानी पेंशन योजना का लाभ दिया जाए, पेंशन निर्धारण हेतु अर्हकारी सेवा को केंद्र सरकार की तरह 33 वर्ष के स्थान पर 20 वर्ष करने, सहायक शिक्षकों की वेतन विसंगति को दूर करने, प्रथम नियुक्ति तिथि के आधार पर जनघोषणा पत्र में किए गए वायदे के अनुसार क्रमोन्नत वेतनमान लागू करने, एनपीएस ओपीएस अपरिवर्तनीय विकल्प चयन की अव्यवहारिक समय सीमा में 3 माह की वृद्धि करने की मांग की मांग को लेकर धरना दिया और मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री, मुख्य सचिव, शिक्षा सचिव, वित्त सचिव इत्यादि के नाम का ज्ञापन पेंड्रा रोड के एसडीएम पुष्पेंद्र शर्मा को सौंपा।

इस दौरान जिला संयोजक मुकेश कोरी, तबरेज खान, कर्मचारी अधिकारी महासंघ के जिला महासचिव सत्य नारायण जायसवाल, प्रांतीय पदाधिकारी दुर्गा गुप्ता, संजय नामदेव, पुरुषोत्तम शर्मा, कृपाशंकर परिहार, ऋषिकेश मिश्रा, कृष्ण कुमार मार्को, स्मिता गोवर्धन, ब्लॉक अध्यक्ष संजय नामदेव, तरुण नामदेव, लक्ष्मी शंकर गुप्ता बलराम तिवारी, राजेश सोनी, प्रशांत शर्मा, परसराम चौधरी, राधा हस्तगेन, अर्जुमंदबानो, गुलाब द्विवेदी, मीना शर्मा, वनमाली वासुदेव, सीमा टंडन नीलिमा तिग्गा, संजय राय, संजय गुप्ता, मेवा सिंह राठौर, बाबूलाल पांडे, मोतीलाल राठौर, राजकुमार साहू, नीरज राय, सूरज सिंह बिसेन, गुलाब बंजारा, लखन लाल साहू, योगेश्वर नायक, नरेश यादव, चेतन राठौर, शिवनाथ कोर्राम, परसराम सेन्द्राम, जहीर अब्बास, राम अवतार साहू, विपिन अग्रहरि, अवध राम राठौर, राकेश पांडे, मोहम्मद इस्माइल, भीष्म त्रिपाठी, कृष्ण कुमार मार्को, परसराम चौधरी, उज्जवल श्रीवास्तव, चंदूलाल सिंगरौल, इरशाद इराकी, कुंदन चतुर्वेदी, दुर्गा प्रसाद मरावी, रमेश राठौर, विवेक तिवारी, राकेश पांडे, एसके शर्मा, मनोज रोहिणी, पूजा सेन, श्रीनिवास पांडे, गीता दुबे, मीना रौतेल, नर्मदा जाटवर, रमाशंकर पैकरा, छोटे लाल वर्मा, ऐश्वर्यदत् मेरसा सहित बड़ी संख्या में पदाधिकारी एवं शिक्षक उपस्थित थे।

एनपीएस ओपीएस अपरिवर्तनीय विकल्प चयन की नीति अव्यवहारिक – मुकेश कोरी

जिला संयोजक मुकेश कोरी ने कहा कि एलबी संवर्ग शिक्षकों ने अपनी 5 सूत्रीय मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन किया है। यदि सरकार उनकी मांगों को पूरा नहीं करेगी तो आने वाले समय में बड़ा आन्दोलन किया जाएगा। उन्होंने कहा एनपीएस ओपीएस अपरिवर्तनीय विकल्प चयन की अव्यवहारिक समय सीमा में वृद्धि करने की मांग की और कहा कि शपथ भराने से पहले सरकार एलबी संवर्ग के लिए स्पष्ट नीति लागू करे।

भूपेश बघेल सरकार एलबी संवर्ग से किया वायदा निभाए – जायसवाल

कर्मचारी अधिकारी महासंघ के जिला महासचिव सत्य नारायण जायसवाल ने धरना में उपस्थित शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश की भूपेश बघेल सरकार एलबी संवर्ग शिक्षकों से किए गए क्रमोन्नत वेतनमान दिए जाने का वायदा निभाए। उन्होंने कहा कि यह सरकार पिछले सवा 4 साल से एलबी संवर्ग शिक्षकों के साथ वादा खिलाफी कर रही है इसके कारण सहायक शिक्षकों से लेकर सभी संवर्ग के शिक्षकों की वेतन विसंगति बड़ा रूप ले चुकी है, इस कारण सभी शिक्षक भूपेश सरकार की नीति से नाराज हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षकों का पूर्व सेवा गणना, क्रमोन्नति और पूर्ण पेंशन पर अधिकार है और वह इस अधिकार को लेकर रहेंगे।

धरना में मरवाही विधायक डॉ केके ध्रुव की शिक्षिका बेटी विनिता ध्रुव भी शामिल हुई

मरवाही विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस विधायक डॉ केके ध्रुव की बेटी विनीता ध्रुव भी शासन से 5 सूत्रीय मांगों को लेकर जिला मुख्यालय में धरना प्रदर्शन में शामिल हुई। उन्होंने एलबी संवर्ग की मांग को पूरा करने के लिए सरकार से आह्वान किया।

हड़ताल के कारण स्कूलों में तालाबंदी की स्थिति

वहीं इस हड़ताल के कारण अधिकतर स्कूलों में तालाबंदी की स्थिति निर्मित रही। स्कूल सिर्फ मध्यान्ह भोजन के लिए खोले गए और स्कूलों में मध्यान्ह भोजन संचालन की जिम्मेदारी अधिकारियों ने रसोइयों को सौंप दी थी तथा मध्यान्ह भोजन के बाद स्कूलों की छुट्टी कर दी गई।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *