- सोसायटी के माध्यम से प्रतिनियुक्ति द्वारा आत्मानंद स्कूलों के संचालन के निर्णय से शिक्षकों में असंतोष,अंतागढ़ विधायक अनूप नाग को सौंपा ज्ञापन,बताई प्रतिनियुक्ति की खामियां,विधायक ने दिया मुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री से चर्चा कर समस्याओं के निराकरण का आश्वासन
पखांजूर- जहां एक ओर राज्य सरकार द्वारा गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा एवं अंग्रेजी माध्यम में विद्यार्थियों को निःशुल्क शिक्षा देने के उद्देश्य से स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट हिंदी माध्यम एवं अंग्रेजी माध्यम के स्कूल संचालित किए जा रहे हैं वहीं दूसरी ओर उसी विद्यालय में पदस्थ स्कूल शिक्षा विभाग के शिक्षकों को प्रतिनियुक्ति द्वारा पदस्थ कर सोसायटी के माध्यम से इसका संचालन करने के निर्णय से शिक्षकों में गहरा असंतोष व्याप्त हो गया है। आत्मानंद स्कूल में कार्यरत संतोष जायसवाल,प्रवीर बाला,अरुण कीर्तनिया,हिमांगनी सरकार,तपन राय, जयजीवन पाल ने आत्मानंद उत्कृष्ट हिंदी माध्यम स्कूल के रूप में चयनित शासकीय स्कूलों को पद सहित सोसायटी को अंतरित किते जाने के निर्णय को गैरजरूरी बताते हुए कहा कि इस निर्णय से शिक्षकों के समक्ष कई प्रश्न खड़े हो गए हैं। क्या उस संस्था में पूर्व में स्वीकृत पद समाप्त हो हो जायेंगे यदि हां तो इन पदों पर भविष्य में पदोन्नति नहीं होगी। प्रतिनियुक्ति के दौरान विभिन्न मदों जमा की जाने वाली राशियों को चालान के माध्यम से जमा करना एक नई व्यवस्था होगी जिसमें बहुत अधिक वक्त जाया होगा।वेतन भुगतान आबंटन के माध्यम से किए जाने से समय पर वेतन भुगतान संबंधी समस्या उत्पन्न हो जायेगी।आत्मानंद हिंदी माध्यम स्कूलों में प्रतिनियुक्ति से उत्पन्न समस्याओं को लेकर कोयलीबेड़ा विकासखंड के शिक्षक अंतागढ़ के विधायक अनूप नाग से रेस्ट हाऊस पखांजूर में मिलकर ज्ञापन सौंपा और स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट हिंदी माध्यम विद्यालय के रूप में चयनित विद्यालयों में कार्य कर रहे शिक्षकों को बिना प्रतिनियुक्ति के उस विद्यालय में कार्य करने हेतु आदेशित करते हुए पूर्ववत स्कूल शिक्षा विभाग के अधीन स्कूलों का संचालन किए जाने तथा अन्य शासकीय विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों की भांति कोषालय के माध्यम से पूर्ववत करने की मांग की। विधायक अनूप नाग ने इसे गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री एवं शिक्षामंत्री से चर्चा कर प्रतिनियुक्ति की समस्या के निराकरण हेतु आवश्यक पहल करने का आश्वासन दिया।इस दौरान जी.डी., जैन,कुसुम जैन,सरिता सूर्यवंशी, प्रदीप पाल,वरुण कीर्तनिया,रमेश पाल,उमेंद्र चतुर्वेदी,द्वारिका प्रसाद रात्रे,कमलेश्वर निषाद,हरेकृष्ण घरामी,डॉ. सुनील मंडल, राजेश नेताम,परितोष मंडल,राजेन्द्र नेताम,राधेलाल टेकाम,रजत दास, श्यामल देवनाथ, प्रकाश सरदार,कांता कुमार कंवर, यमराज कोड़ापे,सोमन मरकाम,जीवन जांगड़े,जगतराम मरकाम सहित बड़ी संख्या में शिक्षक उपस्थित रहे।