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एसईसीएल में मनाया गया 77वां स्वतंत्रता दिवस।

एसईसीएल में मनाया गया 77वां स्वतंत्रता दिवस।

वसंत विहार खेल मैदान एसईसीएल बिलासपुर में स्वतंत्रता दिवस समारोह में मुख्य अतिथि अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक डा. प्रेम सागर मिश्रा ने राष्ट्रीय ध्वज फहराकर, परेड की सलामी ली।
इस अवसर पर अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक ने परेड कमांडर व्ही. दक्षिणामूर्ति एवम  डी.पी दिवाकर के नेतृत्व में आयोजित मुख्य परेड का निरीक्षण किया, परेड निरीक्षण के समय मुख्य अतिथि के साथ एसईसीएल सुरक्षा प्रमुख  अशोक कुमार उपस्थित रहे।
परेड में एसईसीएल सुरक्षा विभाग के दो प्लाटून का नेतृत्व महमूद खान एवम चमरू चौहान ने किया, एनसीसी जूनियर विंग ब्वायज एवम गर्ल नेतृत्व क्रमश: के. वेंकटेश आचारी कक्षा 10वीं एवं कुमारी वैष्णवी तिवारी कक्षा 11 वीं, डीएवी स्कूल गर्ल्स एवं ब्वायस प्लाटून नेतृत्व कुमारी ओशिन मेश्राम कक्षा 12वीं एवं भारत शंकर आचार्य कक्षा 12वीं ने किया। परेड में बैंड प्लाटून भी था ।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक डा. प्रेम सागर मिश्रा ने समस्त उपस्थितों को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक बधाई और शुभकामनायें देते हुए कहा कि आजादी का यह महापर्व प्रतीक है हम हिन्दुस्तानियों के संकल्प और विश्वास का, भारतीयों के रगों में दौड़ रहे साहस और शौर्य का, हमारे हृदय में प्रतिष्ठित देशभक्ति की भावनाओं का, नील गगन में लहराते इस तिरंगे के प्रति हमारे सम्मान, अटूट आस्था एवं भारत को विश्व गुरू के रूप में स्थापित करने एवं इसे सामर्थ्यवान बनाए रखने के हमारे दृढ़ संकल्पों का। उन्होंने कहा इस ऊर्जावान और द्वैदीप्यमान राष्ट्र की आकांक्षाओं की आपूर्ति में, हमारा कोयला उद्योग निरंतर, अविरल, सतत, प्रयासरत है, उद्योगरत है, कर्मरत है। उन्होंने कहा इस वित्तीय वर्ष के प्रथम तिमाही में हमारी कम्पनी ने कोयला उत्पादन में गत वर्ष की तुलना में 10 मिलियन टन से अधिक की वृद्धि दर्ज की है, जो एक कीर्तिमान है। गत वर्ष, ओबीआर में हमारा ग्रोथ पूरे वर्ष में लगभग 36 प्रतिशत था, जो इस वर्ष की पहली तिमाही में ही बढ़कर 46 प्रतिशत तक हो गया है। पिछले साल पावर सेक्टर को जितना कोयला दिया गया, एसईसीएल के इतिहास में वह अभूतपूर्व था, परन्तु इस वर्ष हम इसमें भी एक नया कीर्तिमान स्थापित करने की ओर अग्रसर हैं, जो कि इस वर्ष के प्रथम तिमाही में लगभग 3.5 प्रतिशत की प्राप्त वृद्धि से परिलक्षित होता है। इस वर्ष हमने न केवल सबसे तेज गति से 50 मिलियन टन कोयला उत्पादन एवं प्रेषण का लक्ष्य प्राप्त किया है अपितु 100 मिलियन क्यूबिक मीटर ओबीआर भी रिकार्ड अवधि में हासिल किया है। उन्होंने कहा हमारा लक्ष्य, आने वाले चार से पाँच वर्षों में भूमिगत खदानों के उत्पादन को दोगुना करने का है, जिस हेतु कम्पनी अण्डरग्राऊंड माईन्स में आधुनिक तकनीकों को बढ़ावा दे रही है। वर्तमान में संचालित 12 सेट कान्टिन्यूअस माईनर मशीनों के अतिरिक्त 44 सेट नए सीएम मशीन नियोजित करने की दिशा में एसईसीएल काम कर रही है। अपने श्रमिक साथियों की सुविधा एवं कार्यकुशलता में वृद्धि हेतु कम्पनी की कटकोना, खैरहा, गायत्री खदानों में 4 नए मैन रायडिंग सिस्टम लगाए जा रहे हैं, वहीं 8 अन्य कार्यान्वयन के अधीन हैं। तकनीक के समावेश की प्रक्रिया में हमने डिजिटाईजेशन व ऑटोमेशन को भी अंगीकृत किया है। कम्पनी में एसएपी (सैप) के सभी 7 माड्यूल्स सफलतापूर्वक काम कर रहे हैं तथा इससे जहाँ एक ओर डेटा की उपलब्धता सरल हुई है, वहीं कार्यकुशलता भी बढ़ी है। उन्होंने कहा प्रत्येक के जीवन में जननी, जन्मभूमि एवम कर्म का सर्वोपरि स्थान है। कहा जाता है कि ’जननि जन्म भूमिश्च स्वर्गादपि गरीयसी’ और ‘सर्वे कर्मवशा वयम’ अर्थात माता और मातृभूमि का स्थान स्वर्ग से भी ऊपर है तथा हम सभी कर्मों के ही अधीन हैं। स्वतंत्रता के इस पावन पर्व पर यह संकल्प लें कि हम सभी एक लक्ष्य, एक दृष्टि, एक मति, एक गति और अपने अच्छे कर्मों के साथ एसईसीएल व राष्ट्र के विकास में अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान देंगे।
इसके पूर्व एसईसीएल प्रशासनिक भवन प्रांगण में आयोजित कार्यक्रम में एसईसीएल संचालन समिति के  हरिद्वार सिंह (एटक), विभिन्न विभगाध्यक्ष, श्रम संघ प्रतिनिधियों, अधिकारी-कर्मचारियों की उपस्थिति में निदेशक (कार्मिक)  देबाशीष आचार्या ने मुख्यालय प्रशासनिक भवन स्थित शहीद स्मारक व बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर प्रतिमा व खनिक प्रतिमा पर माल्यार्पण किए उपरांत ध्वजारोहण किए एवं सुरक्षा प्रहरियों की टुकड़ी, जिसका नेतृत्व  गजराज सिंह चंदेल ने किया, द्वारा आयोजित परेड की सलामी ली। इस अवसर राष्ट्रीय गान एवं कोलइण्डिया कारपोरेट गीत बजाया गया। उन्होंने वीर शहीदों व श्रमवीरों को स्मरण करते हुए कहा कि एसईसीएल की उपलब्धियाँ हमारे कुशल श्रमिकों की मेहनत और लगन का ही प्रतिफल है। उन्होंने कंपनी हित व देशहित में कार्य करने का आह्वान किया।
इंदिरा विहार खेल मैदान के मुख्य समारोह में मुख्य रूप से निदेशक तकनीकी (संचालन)  एस.के. पाल, निदेशक (वित्त)  जी. श्रीनिवासन, निदेशक तकनीकी (योजना/परियोजना)  एस.एन. कापरी, निदेशक (कार्मिक)  देबाशीष आचार्या, मुख्य सतर्कता अधिकारी  जयंत कुमार खमारी, एसईसीएल संचालन समिति से  हरिद्वार सिंह (एटक), श्रद्धा महिला मण्डल अध्यक्षा  पूनम मिश्रा, उपाध्यक्षा  रीतांजलि पाल,  राजी श्रीनिवासन,  संगीता कापरी,  सुजाता खमारी, विभिन्न विभागाध्यक्ष, श्रमसंघ प्रतिनिधिगण, अधिकारी-कर्मचारी, एवं स्कूली बच्चे उपस्थित थे।
समारोह में अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक डा. प्रेम सागर मिश्रा ने अपने निदेशक मण्डल व श्रद्धा महिला मण्डल की पदाधिकारियों के साथ सामूहिक रूप से कबूतर एवं गुब्बारे आकाश में छोड़कर शांति का संदेश दिया। समारोह में मेरी माटी मेरा देश कार्यक्रम के तहत शपथ ग्रहण किया गया एवं वीरों के वंदन कार्यक्रम के तहत एसईसीएल वसंत विहार स्थित रविंद्र भवन में शिलाफलकम (स्मारक) का लोकार्पण भी सीएमडी डॉ प्रेम सागर मिश्रा द्वारा किया गया। इस अवसर पर पूर्व सैन्य अधिकारियों – कर्नल डॉ पी एल केशरवानी, एयर वाइस मार्शल वी एम तिवारी, विंग कमांडर जे के मित्रा, कमांडर डॉ मदन सिंह हुरा, एवं कर्नल जे जे लाल का सम्मान भी किया गया। समारोह में डीएव्ही पब्लिक स्कूल, लोयला स्कूल, होली नर्सरी स्कूल एवं कृष्णा पब्लिक स्कूल के बच्चों द्वारा विविध देशभक्ति गीत-नृत्य की प्रस्तुति दी गयी। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के करकमलों से उत्कृष्ठ कवायद दल, सर्वोत्कृष्ठ कवायद दल एवं उत्तम पोशाक के लिए परेड में भाग लेने वाले प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया।
समारोह में उद्घोषणा का दायित्व  शेख जाकिर हुसैन मुख्य प्रबंधक (पर्यावरण), सुरक्षा निरीक्षक  एम.पी. जांगड़े, एवं  अनु चक्रबर्ती ने निभाया।

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