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सीयू में राजभाषा पखवाड़ा का प्रारंभ, 14 सितंबर तक चलेगा पखवाड़ा।

*सीयू में राजभाषा पखवाड़ा का प्रारंभ, 14 सितंबर तक चलेगा पखवाड़ा*


बिलासपुर। गुरू घासीदास विश्वविद्यालय (केन्द्रीय विश्वविद्यालय) एवं शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास, नई दिल्ली के संयुक्त तत्वावधान में रजत जयंती सभागार में 14 सितंबर, 2023 तक आयोजित होने वाले राजभाषा पखवाड़े का शुभारंभ हुआ। उद्घाटन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री गिरीश पंकज, प्रांतीय अध्यक्ष, राष्ट्रभाषा प्रचार समिति छत्तीसगढ़ विशिष्ट अतिथि डॉ. प्रफुल्ल शर्मा छत्तीसगढ़ प्रांत संयोजक शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास, नई दिल्ली रहे। अध्यक्षता वरिष्ठ आचार्य प्रो. अमित सक्सेना ने की।
विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति महोदय प्रोफेसर आलोक कुमार चक्रवाल की प्रेरणा एवं मार्गदर्शन में राजभाषा पखवाड़ा का आयोजन किया जा रहा है। कुलपति प्रोफेसर चक्रवाल द्वारा हिंदी और साहित्य को प्रचारित एवं प्रसारित किये जाने के लिए विभिन्न बैठकों के माध्यम से राजभाषा प्रकोष्ठ को सक्रिय करते हुए 14 सितंबर, 2023 तक राजभाषा पखवाड़ा आयोजित किये जाने की पहल की थी। उन्होंने राजभाषा पखवाड़े के उद्घाटन समारोह हेतु अपनी शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए इसकी सफलता की कामना व्यक्त की।
उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि ख्याति प्राप्त व्यंग्यकार एवं वरिष्ठ पत्रकार श्री गिरीश पंकज ने कहा कि हिंदी बाहर तो फैल रही है, पर अपने घर में सिकुड़ रही है। उन्होंने कहा कि संविधान में हिंदी को राजभाषा का दर्जा दिया गया है। लेकिन सच्चाई यह है कि व्यावहारिक रूप से अंग्रेजी राजभाषा बन गई है और हिंदी अनुवाद की भाषा। विशिष्ट अतिथि शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास के प्रांतीय संयोजक डॉ. प्रफुल्ल शर्मा ने कहा कि न्यास का ध्येय वाक्य है – “माँ, मातृभूमि एवं मातृभाषा का कोई विकल्प नहीं।“ इसके अनुरूप पूरे देश में न्यास की गतिविधियां संचालित हैं। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए वरिष्ठ प्राध्यापक प्रो. अमित सक्सेना ने हिंदी की महत्ता पर प्रकाश डाला।

इससे पूर्व अतिथियों ने दीप प्रज्ज्वलन कर मां सरस्वती एवं संत गुरु घासीदास बाबा के चित्र पर माल्यार्पण किया इस अवसर पर तरंग बैंड ने सरस्वती वंदना की प्रस्तुति दी। अतिथियों का पुष्पगुच्छ भेंट कर स्वागत किया गया। साथ ही मंचस्थ अतिथियों का शॉल, श्रीफल और स्मृति चिह्न भेंट कर सम्मान किया गया।
राजभाषा पखवाड़ा के दौरान विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जा रहा है जिसमें दिनांक 06 सितंबर, 2023 को प्रशासनिक शब्दावली ज्ञान प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें विभिन्न विभागों के कर्मचारियों ने प्रतिभागिता की।
राजभाषा पखवाड़ा 2023 के तीसरे दिन दिनांक 07 सितंबर, 2023 को विश्वविद्यालय के कर्मचारियों के लिए आशु भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता का विषय राष्ट्रीय शिक्षा नीति एवं मातृभाषा था। इस प्रतियोगिता में विभिन्न विद्यापीठों के अतर्गत आने वाले शैक्षणिक एवं गैर शैक्षणिक विभागों के प्रतिभागियों ने सहभागिता की।
दिनांक 08 सितंबर, 2023 को राजभाषा ज्ञान प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। वहीं 09 सितंबर को भारतेंदु हरिश्चंद्र जयंती समारोह एवं 12 सितंबर को राजभाषा प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा।
राजभाषा पखवाड़ा के संयोजक प्रो. शैलेंद्र कुमार, अधिष्ठाता छात्र कल्याण ने पखवाड़ा के दौरान आयोजित किए जाने वाले कार्यक्रमों की विस्तार से जानकारी दी। डॉ. गौरी त्रिपाठी, विभागाध्यक्ष हिंदी विभाग ने राजभाषा पखवाड़ा के महत्व पर चर्चा की। विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. मनीष श्रीवास्तव ने आभार प्रदर्शन करते हुए कहा कि राजभाषा पखवाड़ा सिर्फ औपचारिकता तक सीमित न रहे। कार्यक्रम का संचालन डॉ. मुरली मनोहर सिंह, सहायक प्राध्यापक, हिंदी विभाग ने किया। इस मौके पर समारोह में उपस्थित समस्त अतिथियों द्वारा बैनर पर हिंदी में हस्ताक्षर किये गये।इस अवसर पर विश्वविद्यालय की विभिन्न विद्यापीठों के अधिष्ठातागण, विभागाध्यक्षगण, शिक्षकगण, अधिकारीगण, कर्माचारीगण एवं बड़ी संख्या में विद्यार्थीगण उपस्थित रहे।

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