[responsivevoice_button voice="Hindi Female" buttontext="यह खबर हिंदी आडिओ में सुने "]

कांग्रेसराज में चल रहा था जमीनों का फर्जीवाड़ा .! कलेक्टर ने किया 112 एकड़ जमीन का फर्जी पट्टा निरस्त .!

कांग्रेसराज में चल रहा था जमीनों का फर्जीवाड़ा .!
कलेक्टर ने किया 112 एकड़ जमीन का फर्जी पट्टा निरस्त .!
कांग्रेसी भूमाफियाओं में मचा हड़कंप .!
तीन पटवारी सहित दो आरआई को कलेक्टर ने थमाया नोटिस .!

कृष्णा पांडे की खबर,
— कांग्रेसी शासनकाल में कांग्रेस भूमकाफियाओ के संरक्षण में जमकर सरकारी जमीनों का फर्जीवाड़ा पूरे प्रदेश में चल रहा था .। राजस्व विभाग में पदस्थ अधिकारी सत्ता के दबाव में सरकारी जमीनों के रिकार्डो में हेराफेरी कर इसे निजी नामो पर दर्ज कर बड़ा खेल खेल रहे थे । छत्तीसगढ़ में नई सरकार बनने के बाद अब जिला प्रशासन एक्शन में नजर आ रहा है,, जिले के मैनपाठ में सैकड़ो एकड़ जमीन को फर्जीवाडा कर, अपने नाम कर लेने के मामले में जिला प्रशासन ने कार्यवाही की है,, और 112 एकड़ जमीन के बने फर्जी पट्टे को निरस्त कर दिया है,,साथ ही तीन पटवारी और दो आरआई को कारण बताओं नोटिस जारी किया गया है.।

सरगुजा जिले के मैनपाट के ग्राम उरंगा, बरिमा सहित कमलेश्वरपुर की शासकीय जमीन को अपने नाम करने का मामला ग्रामीणों ने कई बार जनदर्शन सहित कलेक्टर से मुलाकात कर शिकायत की गई थी. लेकिन कांग्रेसी नेताओं के द्वारा फर्जीवाड़ा किए जाने की वजह से जांच धीमी गति से की जा रही थी. जिसमें जमीन माफियाओं द्वारा स्कूल और खेल मैदान सहित जंगल की जमीन को अपने नाम कर लिया था.

बाइट कलेक्टर

इधर सरगुजा कलेक्टर कुंदन कुमार ने कहा कि 3 महीना पूर्व शिकायतों की जांच की गई. जिसमें कब्जाधारियों द्वारा किसी भी तरह का कोई प्रमाण नहीं दिखाया गया. इसके बाद 112 एकड़ की जमीन को शासकीय मद पर स्थानांतरित कर दिया गया है और इस मामले में सम्मिलित 3 पटवारी और 2 आरआई को कारण बताओं नोटिस जारी किया गया है. वही संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर मिलीभगत की कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है।

 

बहरहाल कांग्रेस की सत्ता होने की वजह से जिला प्रशासन भी कार्रवाई करने से झिझक रहा था,, क्योंकि मैनपाट के ज्यादातर इलाकों में कांग्रेसी नेताओं ने फर्जीवाड़ा कर जमीन अपने नाम कर लिया था. और ग्रामीणों द्वारा कई बार शिकायत करने के बावजूद भी कार्रवाई नहीं की जा रही थी. लेकिन अब प्रदेश सरकार बदलते ही करवाई देखी जा रही है. जिसकी वजह से ग्रामीणों को भी कार्रवाई को लेकर एक आस जगी है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *