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माई एजुकेशन पैरामेडिकल इंस्टिट्यूट के नाम से संचालित हुंडई चौक पर इस्थित संस्था किसके संरक्षण मे 18 बच्चों के भविष्य के साथ कर रहा है खिलवाड़

माई एजुकेशन एंड पैरामेडिकल साइंस के नाम से संचालित हुंडई चौक पर इस्थित संस्था किसके संरक्षण मे 18 बच्चों के भविष्य के साथ कर रहा है खिलवाड़

बिलासपुर

सूत्रों की माने तो छत्तीसगढ़ मे पैरामेडिकल का कोर्स नहीं कराया जाता है लेकिन माय एजुकेशन एंड पैरामेडिकल साइंस संस्था द्वारा एमपी में कॉलेज होना बात कर बच्चों का एडमिशन लिया जा रहा है सामने ही रूम के अंदर दीवारों पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ फोटो लगा कर बच्चों को यह जानकारी दी जाती है कि हमारे डायरेक्टर साहब का पूर्व मुख्यमंत्री से अच्छी पहचान है,

विश्वसनीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पिछले तीन वर्षों से 18 बच्चों का पेपर नहीं दिलाया गया है और उनसे मोटी रकम वसूली जा रही है आखिर इस संस्थान पर किसका संरक्षण है? शहर के रईस इलाके में यह संस्थान कौशल विकास योजना के नाम पर बोर्ड लगाकर डीएमएलडी पैरामेडिकल का कोर्स करता है और बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ करता नजर आ रहा है क्या यह संस्थान द्वारा एमपी के किस कॉलेज से अनुमति लेकर यह संस्थान संचालित किया जा रहा है जब इसकी जानकारी हमारी टीम द्वारा पूछी गई तो संस्थान के संचालक इधर-उधर की बातें कर गोलमोल जवाब दे रहे हैं  साथ ही यह इंस्टीट्यूट जॉब दिलाने दिलाने का दावा भी करता है जबकि ऐसा नहीं है एडमिशन लेने के पश्चात ना ही किसी प्रकार का सही ढंग से उनकी पढ़ाई और ना ही संचालित करने के लिए टीचर माई एजुकेशन पैरामेडिकल इंस्टीट्यूट के पास उपलब्ध है, दो कमरे के मकान मे डीएमएलटी,बीएमएलडी, ओटी, X-ray संबंधित कोर्स खुद को पैरामेडिकल संस्थान बता कर संचालित किया जा रहा है जिसमें बच्चों से मोटी फीस वसूली जा रही है,  प्रति बच्चे एक लाख दस हजार के लगभग फीस ली जाती है, बता दे की पूर्व में 2020 – 21 के 18 बच्चो का परीक्षा अभी तक आयोजित नहीं किया गया है, सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार प्रथम वर्ष का परीक्षा संस्थान में ही दिलवाया गया था जो कि फर्जी था अभी तक उन बच्चो को किसी भी वर्ष का रिजल्ट जारी नहीं हुआ है,,इसके बावजूद धड़ल्ले से इस वर्ष भी प्रवेश देने का काम बच्चों को अंधेरे में रखें किया जा रहा है,

अब देखना यह होगा कि जिला प्रशासन इस पर क्या संज्ञान लेती है? और बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ कर रहे माई एजुकेशन एंड पैरामेडिकल साइंस संस्थान पर क्या कार्रवाई करती है?

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