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छूटभैया नेताओं की राजनीति में बाधा: पुलिस कार्य में हस्तक्षेप?,

छूटभैया नेताओं की राजनीति में बाधा: पुलिस कार्य में हस्तक्षेप?

थाने में हंगामा, तलवार लहराने वाले आरोपी के समर्थन में जुटे छूट भैया नेता?

बिलासपुर
छोटे ईस्तर के नेताओं द्वारा पुलिस के कार्य में बाधा डालने की घटनाएं आम होती जा रही हैं। हाल ही में एक ऐसा ही मामला सामने आया, जिसमें भारतीय जनता पार्टी के एक छूटभैया नेता ने पुलिस थाने में जमकर हंगामा किया। बताया जा रहा है कि ये नेता एक ऐसे आरोपी के लिए  थाने पहुंचे थे, जिस पर कई गंभीर अपराध दर्ज हैं।

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दरअसल पूरा मामला तारबहार क्षेत्र का है..कुछ दिन पूर्व  कुछ आपराधिक तत्व के लड़कों ने  ई रिक्शा और ऑटो में जमकर तोड़फोड़ की थी, जिसकी शिकायत तारबहार थाने में की गई थी, उसमें कुछ आरोपियों को तो  पुलिस पकड़ने में कामयाब हो गई, लेकिन एक आरोपी पुलिस की पकड़ से बाहर था, जिसे पकड़ने के लिए पुलिस मशक्कत कर रही थी  तभी जानकारी मिली कि वह आरोपी एक छोटे ईस्तर के नेता के संरक्षण में रहता है जिसको लेकर तार बाहर पुलिस द्वारा इन नेताजी से संपर्क किया गया, तो नेताजी ने उस आरोपी की गिरफ्तारी तत्काल करवा दी, क्योंकि इस आरोपी से पुलिस परेशान हो चुकी थी।

क्योंकि पुलिस है पूछ ताछ के लिए आरोपी के साथ शक्ति  थोड़ी बहुत तो बनती है, जब इस बात का पता नेताजी को लगा, तो नेताजी को यह समझ आ गया कि मेरा राजनीतिक  धूमिल हो रहा है, और  लड़कों के बीच गलत मैसेज जा रहा है, बस क्या नेताजी चल पड़े थाने का घेराव करने, और आरोपी के साथ पुलिस पर मारपीट का आरोप  लगा कर थाने में खूब हंगामा करते हुए बातों ही बातों में छूट भईया नेताजी ने थाना प्रभारी को धमकी तक दे डाली, हिम्मत है तो आप पकड़िए मुझे राजनीति करना है, वायरल वीडियो में साफ कहते नजर आ रहे हैं छूट भईया नेताजी..

सूत्रों के अनुसार, आरोपी ने हाल ही में कई ऑटो में तोड़फोड़ और एक घर पर तलवार और डंडे से हमला किया था। आरोपी आए दिन तारबहार छेत्र में अराजकता फैलाने के लिए जाना जाता है। पुलिस को उसकी तलाश लंबे समय से थी, और आखिरकार उसे हिरासत में ले लिया गया। लेकिन, छोटे भैया  नेता ने पुलिस पर मारपीट का आरोप लगाते हुए थाने का घेराव कर दिया।

नेताओं के संरक्षण में अपराधी तत्व?
स्थानीय लोगों का कहना है कि इस नेता के करीबी संबंध अपराधियों से हैं। नेता की टीम में ऐसे कई लोग शामिल हैं, जिन पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। बताया जा रहा है कि यह नेता अपने संरक्षण में इन अपराधियों को रखता है और समय-समय पर पुलिस कार्य में हस्तक्षेप करता रहता है।

तरबाहर पुलिस ने जानकारी दी है कि जिस आरोपी के लिए नेता थाने में हंगामा कर रहे थे, उसके खिलाफ सिटी कोतवाली, तारबाहर और अन्य थानों में कई मामले दर्ज हैं। बावजूद इसके, छूट भईया नेता आरोपी  के साथ मारपीट का आरोप लगाते हुए पुलिस पर दबाव बना रहे थे।

चखना दुकान से लेकर थाने में हंगामा तक: वीडियो वायरल
नेता का पुराना बस स्टैंड में एक चखना दुकान भी है, जिसे देर रात तक खुले रखने पर पुलिस ने उनके यहाँ काम कर रहे वर्कर को हिरासत में लिया था। उस समय भी नेताजी ने रात 12 बजे थाने में गाली-गलौज और हंगामा किया।

इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। वीडियो में नेता कहते नजर आ रहे हैं, “मुझे राजनीति करनी है, आपकी हिम्मत है तो आप पकड़िए पुलिस को खुलेआम  छोटे अस्तर के नेता चुनौती देते नजर आ रहे हैं।” वहीं, दूसरे वीडियो में वे पुलिसकर्मियों से झगड़ते नजर आ रहे हैं।

बिलासपुर में छोटे ईस्तर के नेताओं की राजनीति और कानून के बीच संघर्ष बढ़ता ही जा रहा है,
पुलिस प्रशासन का कहना है कि वे कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए काम कर रहे हैं, लेकिन कुछ छोटे अस्तर के नेताओं का हस्तक्षेप उन्हें बाधित कर रहा है। यह न केवल पुलिस के काम को मुश्किल बनाता है, बल्कि समाज में अराजकता को बढ़ावा भी देता है।
समाज के जागरूक नागरिकों को ऐसे नेताओं की राजनीति और उनके आचरण पर सवाल उठाना चाहिए ताकि प्रशासन बिना दबाव के अपना कार्य कर सके।

छोटे ईस्तर के नेताओं द्वारा पुलिस के कार्य में बाधा डालने के मामले न केवल कानून व्यवस्था को प्रभावित करते हैं, बल्कि लोकतंत्र को भी कमजोर करते हैं। इस तरह की घटनाओं पर सख्त कार्रवाई आवश्यक है।

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