बिलासपुर, वार्ड क्रमांक 63 बंधवापारा की शराब दुकान को हटाने का आंदोलन सकारात्मक परिणाम के साथ समाप्त हुआ। और यही सफलता शराब का धंधा कराने वाले सेल्समैनो को अखर रही है वह जानते हैं वे जानते हैं कि सक्रिय आंदोलनकारियों के बीच तत्काल फूट नहीं डाली गई तो मंगला चौक स्थित शराब दुकान और उसके बाद गज मोहिनी कंप्लीट से लगी हुई दुकान हटाने के लिए भी आंदोलन होगा और मजबूरी में सरकार को इन दोनों स्थानों की दुकानों को या तो बंद करना पड़ेगा या अन्यत्र ले जाना पड़ेगा सो बंधवापारा का आंदोलन समाप्त होते ही नारी शक्ति मंच की संयोजिका ने एक लेटर जारी कर दिया कहा कि आंदोलन की सफलता संयुक्त सफलता है और किसी एक को श्रेय लेने का हक नहीं बनता। जिस दिन से बंधवापारा का यह आंदोलन शुरू हुआ शहर के जिम्मेदार मीडिया ने तो इसे हाथों हाथ लिया बार- बार आंदोलन का समाचार दिखाया और जिला प्रशासन पर दबाव बना की आंदोलनकारियों का पक्ष देखा जाए सुना जाए तभी तो संवेदनशील बिलासपुर कलेक्टर ने इस मसले पर सकारात्मक पहल की अन्यथा आंदोलन के प्रथम 3 दिन कोई इस पर ध्यान ही नहीं दे रहा था जबकि इसी बीच में पूर्व आबकारी मंत्री, पूर्व शहर विधायक आंदोलन स्थल पर जाकर समर्थन दे चुके थे पर जिला प्रशासन पर दबाव नहीं था इसके बाद शहर विधायक भी आंदोलन स्थल पर गए थे, उसके 1 दिन बाद ही हवा बदली और आंदोलनकारी नेता जिला कलेक्ट्रेट पहुंचकर ज्ञापन दिए दबाव बढ़ा तब बीच का रास्ता निकला आंदोलन सफल रहा इसमें यदि आप पार्टी, एनसीपी या अन्य कोई भी नेता गण अपने अपने स्तर पर श्रेय ले रहे हैं तो मूल आंदोलनकारियों को क्या परेशानी । जो नेता उनके धरना स्थल पर रोज सुबह शाम आ रहे थे यदि उनके समर्थन की जरूरत नहीं थी तो किसी भी दिन धरना स्थल पर ही क्षमा मांगी जा सकती थी पर नहीं मांगी गई जिसका सीधा अर्थ है आंदोलनकारियों को उस समय नेताओं का आना अच्छा लग रहा था पर जब सफलता मिल गई और अपनी अपनी पीठ ठोकने की बारी आई तो अब फूट नजर आ रही है जिसका कारण यही है कि शहर के विभिन्न संभ्रांत क्षेत्रों में यह आंदोलन कहीं व्यापक रूप न ले इसीलिए इस आंदोलन की सफलता को तत्काल विवादित बनाया जाए।
Sanjeev singh Address bhartiya nagar bilaspur 7000103836