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कसडोल खंड चिकित्सा अधिकारी पर लग रहे हैं कई तरह के गंभीर आरोप, अपने पद का दुरुपयोग करते हुए कई तरह के कारनामे किए हैं जो प्रपत्र में आ रहे सामने।

कसडोल खंड चिकित्सा अधिकारी पर लग रहे हैं कई तरह के गंभीर आरोप।

अपने पद का दुरुपयोग करते हुए कई तरह के कारनामे किए हैं जो प्रपत्र में आ रहे सामने,

बलौदाबाजार

संवाददाता राघवेंद्र सिंह,

बलौदाबाजार-भाटापारा जिला के कसडोल विकासखंड में जहां पर कसडोल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर खंड चिकित्सा अधिकारी पदस्थ हैं अंजन सिंह चौहान जो काफी समय से अपनी सेवाएं विभिन्न जगहों पर दे रहे हैं और छत्तीसगढ़ राज्य सरकार के द्वारा सराहनीय कार्य को देखते हुए उन्हें राज्य सरकार से सम्मानित भी किया गया था मगर आज दिनांक में जिला कलेक्टर बलौदाबाजार के पास एक प्रपत्र प्राप्त हुआ है जिसमें नगर पंचायत कसडोल अध्यक्ष,पार्षद, तथा नगरवासी के तरफ से एक प्रपत्र जिला कार्यालय में प्राप्त हुआ है जिसमें कई सारे पहलू पर खंड चिकित्सा अधिकारी के ऊपर आरोप-प्रत्यारोप जैसे बातें लिखी हुई है जिनमें खंड चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर अंजन सिंह चौहान के विरुद्ध स्थानांतरण नीति में शासन के नियमों का उल्लंघन करने के संबंध में, एनआरसी शाखा के कर्मचारियों से अन्य शाखा की सेवाएं लेने से कुपोषित बच्चों की सेवा एवं देख भाव में प्रभाव डालने वाले अनजान सिंह चौहान के संबंध में, तथा उच्च कार्यालय विभागाध्यक्ष के आदेश का उल्लंघन करने वाले डॉक्टर अंजन सिंह चौहान के संबंध में आवेदन प्राप्त हुए।

*संचनालय स्वास्थ्य सेवाय छत्तीसगढ़ के आदेश का उल्लंघन*,
उपरोक्त लेख है कि संचनालय स्वास्थ्य सेवाएं छत्तीसगढ़ विभाग अध्यक्ष कार्यालय नया रायपुर के पत्र क्रमांक/एफ02-17/2023 विज्ञप्ति जारी कर सभी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश किया गया है कि शासकीय स्वास्थ्य संस्थाओं में संलग्नीकरण समाप्त कर अधिकारी कर्मचारी को उनके मूल पदस्थापना स्थल हेतु कार्यमुक्त किया जावे जिसके परिपालन में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी जिला बलौदा बाजार भाटापारा छत्तीसगढ़ ने जिले के सभी खंड चिकित्सा अधिकारियों को दिनांक 9/05/ 2023 को जारी कर संलग्नीकरण के तत्काल प्रभाव से समाप्त करते हुए वर्तमान में कार्यरत अधिकारी कर्मचारियों को उनके मूल पदस्थापना स्थल हेतु कार्य मुक्त कर दिया गया है संचालक स्वास्थ्य सेवाएं छत्तीसगढ़ के मुख्य चिकित्सा अधिकारी जिला बलौदा बाजार भाटापारा द्वारा स्पष्ट निर्देश है कि यदि अधिकारी कर्मचारियों की पदस्थापना स्थल हेतु कार्य मुक्त कर दिया गया है संचालक स्वास्थ्य सेवाएं छत्तीसगढ़ तथा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी जिला बलौदा बाजार भाटापारा द्वारा स्पष्ट निर्देशित है कि यदि अधिकारी कर्मचारी को उनके मूल पदस्थापना स्थल हेतु कार्यमुक्त किए जाने में लापरवाही किया जाता है तो उन पर दंडात्मक कार्यवाही की जाएगी मगर खंड चिकित्सा अधिकारी अंजन सिंह चौहान के द्वारा इस नियमों का पूर्णतः तरह पालन नहीं किया गया। और अभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कसडोल मुख्यालय के आफिस में अनेक लिपिक एवं कर्मचारी अधिकारी संलग्नरत है तथा फील्ड में अनेक आर.एच.ओ(महिला/पुरूष) स्टाफ नर्स एवं कर्मचारी संलग्न करण के तहत अपने-अपने मनपसंद जगह में अभी वर्तमान अधिकार कार्य कर रहे हैं। और अगर मामले का बारीकी से सर्विस बुक, पे-डाटा, अटेंडेंस रजिस्टर से जांच किया जाए तो वास्तव में वस्तुस्थिति प्रत्यक्ष नजर आ जाएगी।

*कुपोषित बच्चे की सेवा एवं देखभाल में क्या आलम है*

उपरोक्त लेख है कि जिले में केवल दो जगह ही कुपोषित बच्चों के उपचार हेतु पोषण पुनर्वास केंद्र एनआरसी खोला गया है जिसमें पहला पलारी तथा दूसरा कसडोल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में है किंतु वर्तमान में कनिष्ठ चिकित्सा अधिकारी जिसे खंड चिकित्सा अधिकारी कसडोल का प्रभार वर्ष 2021 में दिया गया है जिसमें कसडोल खंड चिकित्सा अधिकारी के द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र स्टाफ नर्स को आईपीडी में ड्यूटी,ऑपरेशन थिएटर में प्रसव कार्य तथा ऑपरेशन से होने वाले प्रसव महिला के रिश्तेदार परिजनों से पैसे के लिए भी जैसे मामले का कार्य लिया जा रहा है यह पिछले प्रपत्र में अखबार में छपा हुआ है जिसमें अभी जांच होने पर पुष्टि हो जाएगी। जबकि स्टाफ नर्स का मूल कार्य कुपोषित बच्चों के उपचार तथा देखरेख करना है। लगता है इसी तरह दयावंत पुरेना जोकि एनआरसी शाखा में कुक के पद पर हैं जिनको अलग कार्य के रूप में ओपीडी मरीजों का ऑनलाइन के लिए कार्य लिया जा रहा है। इसी तरह एनआरसी शाखा में तारकेश्वर कर्ष जो कि अटेंडर के पद पर है लेकिन उनको उनके कार्य से अलग कर ओपीडी मरीजों के ऑफलाइन पंजीयन का कार्य लिया जा रहा है। जबकि मंत्रालय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग छत्तीसगढ़ के लिए ऑपरेटर करने के आदेश जारी किया है फिर भी न्युक्ति ना कर अन्य से कार्य लिया जा रहा है जबकि 25/04/2023 स्वास्थ्य सेवाएं छत्तीसगढ़ नवा रायपुर एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी जिला बलौदा बाजार भाटापारा छत्तीसगढ़ में दिनांक 9/05/2023 को आदेश जारी कर स्पष्ट उल्लेख किया है कि किसी भी अधिकारी कर्मचारी को उनके मूल पदस्थापना से कार्य करने हेतु कार्यमुक्त किया जाय।

*स्थानांतरण नीति में शासन के नियमों का हुआ घोर उल्लंघन*

उपरोक्त अनुसार लेख है कि संचालक स्वास्थ्य सेवाएं छत्तीसगढ़ द्वारा तत्काल प्रभाव से संलग्न करें को समाप्त किए जाने का आदेश जारी किया गया है किंतु आदेश जारी हुए 2 महीने बीत जाने के बाद भी जिला बलौदाबाजार-भाटापारा में आदेश का पालन नहीं किया जा रहा है सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ कुमारी हर्षिता बर्मन फार्मासिस्ट ग्रेड 2 को मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के आदेश अनुसार खंड चिकित्सा अधिकारी ने उन्हें भाटापारा विकासखंड के लिए कर दिया गया था तथा शासन स्तर से स्थानांतरण नीति सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कसडोल में पदस्थ भानु प्रताप वर्मा एवं कुमारी मीणा वर्मा फार्मेसिस्ट स्थानांतरित स्थल बलौदा बाजार के लिए किया गया। इस प्रकार कुल टीम फार्मासिस्ट को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कसडोल ने अनियंत्रित कार्यमुक्त कर कसडोल में फार्मासिस्ट के पद को शुन्य किया जाना छत्तीसगढ़ शासन सामान्य प्रशासन विभाग मंत्रालय महानदी भवन नया रायपुर के स्थानांतरण नीति 2022 का स्पष्ट उल्लंघन है इस तरह कसडोल में फार्मासिस्ट का पद पूर्णता शुन्य कर डॉक्टर अंजन सिंह चौहान खंड चिकित्सा अधिकारी ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए जीवनदीप समिति में अपने ही सगी बहन कुमारी अनुपमा चौहान को जीवनदीप समिति के तहत मासिक वेतन के दर पर नियुक्त कर दिया गया साथ ही दैनिक वेतन भोगी फार्मासिस्ट को विकासखंड कसडोल के स्टोर का प्रभावी भी बना दिया गया है जबकि छत्तीसगढ़ भंडार एवं क्रय नियम के तहत केवल नियमित फार्मासिस्ट को ही स्टोर का प्रभार दिया जाने का नियम है परंतु खंड चिकित्सा अधिकारी कसडोल द्वारा अपने ही बहन को स्टोर का प्रभार देकर नियम का उल्लंघन किया गया। इस विषय पर यह भी बात सामने आई कि कसडोल विधायक एवं संसदीय सचिव शकुंतला साहू ने अपने लेटर पैड से अनुशंसित आवेदिका कुमारी भावना कश्यप को डॉक्टर सिंह अंजन सिंह चौहान के द्वारा नियुक्त करने से मना कर दिया गया जबकि क्षेत्रीय विधायक जीवनदीप समिति सभा की अध्यक्ष हैं फिर भी उन्हें सेवा में नहीं लिया गया प्राप्त जानकारी के अनुसार कुमारी भावना कश्यप पारस नगर कसडोल में कोरोना काल मे लगभग 12 माह तक बिना वेतन के कार्य की है और डॉक्टर अंजन सिंह चौहान उस समय कसडोल के कोविड प्रभारी भी थे फिर भी कुमारी भावना कश्यप को सेवा में रखने से इंकार कर दिया गया यह सभी मामला भी जांच का विषय है कि इस तरह से जो फार्मासिस्ट का कार्य प्रणाली है वह कितने प्रतिशत तक सही है और क्या वास्तविक स्थिति है वह जांच में स्पष्ट होगी।पूरे प्रपत्र में इतनी सारी बातें लिखी गई है कि पूरे घटनाक्रम का जो शीर्षक है वहां खंड चिकित्सा अधिकारी अंजन सिंह चौहान के आसपास ही घूम रहा है और आवेदन प्राप्त होने पर जिलाधीश ने तत्काल ही आदेश दे दिया गया है जांच के लिए और 1 सप्ताह के भीतर जांच टीम के द्वारा जांच कर रिपोर्ट तैयार कर दी जाएगी नगर पालिका अध्यक्ष, वार्ड पार्षद, आवेदक तथा नगरवासी के अलावा ग्रामीणों का बात सही है क्या सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कसडोल का हल किस प्रकार है, क्या एक खंड चिकित्सा अधिकारी को इस तरह के जो आवेदन की लिखी हुई बातें का कृत्य करना सही है, सभी विषयों पर जांच उपरांत ही पता चल पायगी खबर अभी बाकी है वह अगले अंक पर अधिकारियों का बयान लेकर पुनः प्रकाशित की जाएगी।

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