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गोतस्करों पर पखांजुर पुलिस की लगातार कार्यवाही,फीर भी तस्करों के हौशला बुलंद,दिनदहाड़े वाहनों में पखांजुर से मवेशियों को लाद कर ले जाते हैं तस्कर।

दिनदहाड़े वाहनों में पखांजुर से मवेशियों को लाद कर ले जाते हैं तस्कर….
पखांजुर:-जिले के पखांजुर इलाके में लंम्बे समय से गौ-तस्कर सक्रिय हैं बीते कल एक और मामला सामने आया हैं जहा पखांजूर साप्ताहिक बाजारों से गौमाता को खरीदी कर तीन पिकअप वाहनों में ठूस-ठूस कर भरकर महाराष्ट्र के बूचड़खाने भेजा जा रहा था जिसे स्थानीय ग्रामीणों द्वारा रोक कर पखांजूर पुलिस को सौपा गया ! ज्ञात हो की पखांजूर,बड़गांव,बांदे, गोण्डाहूर पुलिस थाने में गौ-तस्करी रोकने के लिए कड़ी निगरानी रखी जा रही है,एवं सफलता भी मिल रही हैं मगर गौ-तस्कर इतने सचेत हैं की पुलिस को भी चकमा देकर कत्लखाने ले जाते हैं दरशल यह एक कम-मेहनती आय का जरिया बना बैठा है और महाराष्ट्र सीमा 4-5 किमी दूर हैं आसानी से बोर्डर पार करते ही 500 रुपया से खरीदी मवेशी की कीमत 5000 हजार हो जाता हैं ! बीती रात को पखांजूर साप्ताहिक बाजार से मवेशियों को खरीदी कर तीन पिकअप वाहन में भरकर बूचड़खाने ले जाते हुये वाहन को धरदबोचा प्रशासन द्वारा लगातार कार्यवाही करने के बाद भी तस्करों के हौसले बुलंद हैं क्यूंकि मामला पुलिस थाने से लेकर न्यायलय पहुचते ही न्यायालय से जमानत मिल जाते है, पिछले कुछ दिनों तक शांत था मगर इन दिनों गौतस्करी का धंधा जोरो पर चल रहा है,परलकोट क्षेत्र के कुछ मुख्य गोतस्करों का नाम का भी खुलासा पकडे गए वाहन चालक,लेवरो द्वारा किया जाता हैं मगर उन पर कोई कार्यवाही नहीं होती जो प्रश्नचिन्ह बना हुआ हैं।
पखांजूर मुख्पयालय से महाराष्ट्र जाने वाली मुख्य सड़क जुड़ा हुआ हैं ,उसी रास्ते से गोतस्करों द्वारा गौमाता को बूचड़खाने तक पहुचने का काम करते है,मुख्य गौ-तस्कर जो सामने नही आते है दलाल के माध्यम से मवेशियों को कम कीमतों पर खरीदी करते है,ओर मोटी रकमो में महाराष्ट्र बूचड़खाने में बेचते है,मुख्य जो गौतस्कर है,वो फोन के माध्यम से ही संपर्क करते है,पुलिस द्वारा गौतस्करो को पकड़ते है तो मुख्य गौतस्कर अपनी उची पहुच का रतवा दिखाकर उन्हें छुड़ा लेते हैं अब सवाल ये हैँ की आखिर पर्दे के पीछे का चेहरा कब उजागर होगा ! प्रतिदिन गौ माता को गाड़ियों मे भरा जाता हैँ और अन्य राज्य की गाड़ियों मे लाद कर खुलेआम कत्लखाने भेजा जाता हैँ गौ-तस्करो का आसान और सरल रास्ता मरोड़ा नाका, पेनकोडो, pv 74, pv 18 हालांजूर, बटेहूर और बांदे कोरेनार जैसे जगहों मे गौ-माताओं को तस्कर ठिकाने लगाते हैं।

वही बजरंग दल के कार्यकर्ताओं के द्वारा मवेशियों के तस्करी करते हुए वाहन को रोक कर पुलिस को सूचना दिया,पखांजुर पुलिस ने CG 05 AG 1513 पिकअप वाहन में 10 मवेशियों को क्रूरता पूर्वक बांध कर तस्करी करते पकड़ा है,वाहन चालक विस्वाजीत शील के खिलाफ धारा 4,6,10 छत्तीसगढ़ कॄषक पशु परी.अधिनियम 2004 एवं धारा 11 पशु के प्रति क्रूरता निवारण अधिनियम 1960 होना पाए जाने से अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया है।

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