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भूपेश सरकार में किसान आत्महत्या के बारे में सोच ही नहीं सकता, _प्रवक्ता कांग्रेस, वीरेंद्र सिंह बघेल।

भूपेश सरकार में किसान आत्महत्या के बारे में सोच ही नहीं सकता _प्रवक्ता कांग्रेस वीरेंद्र सिंह बघेल।

जीपीएम, कृष्णा पांडे की रिपोर्ट,
भूपेश सरकार में किसान आत्महत्या के बारे में सोच ही नहीं सकता _प्रवक्ता कांग्रेस वीरेंद्र सिंह बघेल ,आगे बघेल ने कहा की कठिन परिश्रम के बाद साढ़े 4 साल में एक व्यक्ति को बीजेपी खोज के लायी है की किसान आत्महत्या किया है*
*वो भी जांच का विषय है की कारण क्या है , किसान के बयान के अनुसार फसल नही हो रहा है , उसमें सरकार क्या कर सकती है ,और 9 साल से परेशान हूं,इसका साफ मतलब है की बीजेपी शासन काल में प्रताड़ित किया गया था किसान भाई को
*आज का किसान आत्महत्या के बारे में सोच नही सकता
*चलिए थोड़ा आंकड़े की ओर चलते है
*रमन राज के दौरान 1 जनवरी 2004 से 1 जनवरी 2019 अर्थात भाजपा के शासनकाल के 15 साल में 12937 किसानों ने आत्महत्या किया था। तब तो भाजपा ने कभी न्यायिक जांच की मांग नहीं किया। मृतकों के लिये मुआवजा की मांग का भाजपाई विरोध करते थे। छत्तीसगढ़ में किसान आत्महत्या का दौर भाजपा सरकार के साथ ही खत्म हो गया है। राज्य में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद खेती फायदे का सौदा है। छत्तीसगढ़ देश में सबसे ज्यादा अपने किसानों को धान की कीमत 2500 देता है जो स्वामीनाथन कमेटी की सिफारिश से भी ज्यादा है। पिछले चार साल में कांग्रेस सरकार ने किसानों के ऊपर 1 लाख करोड़ से भी अधिक खर्च किया है जिसकी रमन राज में कोई कल्पना भी नहीं किया था। छत्तीसगढ़ में इस वर्ष 110 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी का लक्ष्य है निर्धारित किया है। मक्का, उड़द, मूंग के साथ गौड अन्न रागी, कोदो कुटकी की समर्थन मूल्य में खरीदी की जा रही गन्ना सहित हर प्रकार अन्न उत्पादक किसानों को राजीव गांधी किसान न्याय योजना के माध्यम से साल में चार बार प्रति एकड़ 9000 रू. की इनपुट सब्सिडी दी जा रही है।
*जो खेती कर रहा है उसको भी पैसा ,जो नही कर रहा उसको भी पैसा ,और जिसके पास 1 डिसमिल जमीन नही उसको भी पैसा
*आज का किसान आत्महत्या के बारे में सोच ही नहीं सकता

*भूपेश है तो है भरोसा

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