पखांजूर:–छत्तीसगढ़ में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर तमाम राजनीतिक पार्टियां कमर कस ली है,एक तरफ कांग्रेस पार्टी प्रदेश सरकार की उपलब्धियो और विकास कार्यो को लेकर चुनावी मैदान में उतर गई है,तो वहीं निरन्तर दौरा कर रहे अंतागढ बविधानसभा के लोकप्रिय विधायक अनूप नाग को परास्त करने के लिए भाजपा और अन्य पार्टी के लोग जुटे तो है,इसके अलावा मतदाताओं को रिझाने के लिए फर्जी डिजिटल तरीको का भी सहारा लिया जाने लगा है,अब फर्जी डिजिटल सर्वे का लिंक तेजी से मोबाईल में वायरल कर फर्जी एक्जिट पोल वायरल किये जा रहे है।अन्तागढ़ में कांग्रेस पार्टी से अगला विधायक कौन नाम से बनाये गए फर्जी डिजिटल एक्जिट पोल में अनूप नाग,विक्रम उसेंडी,भोजराज नाग,मन्तु राम पवार,राधे लाल नाग,सुभद्रा सलाम,बद्रीनाथ गावड़े,सन्त राम सलाम,दिलीप बघेल,रति राम दुग्गा का नाम विकल्प में शामिल है,जिसमे सबसे आगे अनूप नाग उसके बाद बद्रीनाथ गावड़े और सन्त राम सलाम को दर्शाया गया है,इसके अलावा अन्तागढ़ विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस पार्टी से अगला विधायक किसे बनना चाहते है नाम से दूसरा एक्जिट पोल लिंक वायरल हो रहा है,जिसमे अनूप नाग,विश्राम सिंह गावड़े,बद्रीनाथ गावड़े,रतिराम दुग्गा,सुभद्रा सलाम विकल्प दिया गया है,जिसमे सबसे आगे अनूप नाग और उसके बाद बद्रीनाथ गावड़े को दिखाया जा रहा है,इसके अलावा तीसरा लिंक ज्यादा तेजी से वायरल हो रहा है,जिसमे अन्तागढ़ विधानसभा में अगला विधायक कहाँ से होना चाहिए के नाम से बने एक्जिट पोल में दो विकल्प दिए गए है,अन्तागढ़ और पखांजुर (परलकोट) जिसमे पखांजुर को सबसे आगे दिखाया जा रहा है,ऐसे तमाम लिंक सोसल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहे है,जिससे राजनीतिक गलियारों में सरगर्मियां तेज हो गई है,विधानसभा उपाध्यक्ष सूरज बिस्वास ने बताया कि यह सर्वे पूर्णतः फर्जी है,भले ही कांग्रेस विधायक अनूप नाग को सबसे आगे दिखाया जा रहा है यह क्षेत्र में विधायक अनूप नाग का लोकप्रियता का विजय एवं उनके द्वारा किया गया विकास कार्य का विषय है,पर यह सर्वे फर्जी है,लोगो को भ्रमित करने और राजनीतिक सरगर्मियां तेज करने के लिए फर्जी सर्वे लिंक वायरल किया जा रहा है,यह सर्वे न तो कांग्रेस पार्टी करवा रही है और न ही सरकार और न ही किसी प्रकार की संस्था(एनजीओ) द्वारा किसी प्रकार का कोई सर्वे नही कराया जा रहा है,यह सर्वे पूर्णतः फर्जी और भ्रमित करने के लिए वायरल किया गया है,अन्तागढ़ विधानसभा की मतदाता जागरूक है,वें कभी इस तरीके के फर्जी सर्वे एक्जिट पोल के झांसे में नही आएंगे इसका भरोसा है।